
किशनगंज,09अक्टूबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के खगड़ा रेड लाइट एरिया से एक नाबालिग लड़की ने जान बचाकर भागने में सफलता पाई। पीड़िता खगड़ा पासवान टोला स्थित एक घर में छुप गई, जहां स्थानीय लोगों की मदद से उसे बचाया गया। लोगों ने तत्परता दिखाते हुए टाउन थाना पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता को सुरक्षित थाने ले जाया गया।
पीड़िता ने पत्रकारों से बात करते हुए अपनी आपबीती सुनाते हुए रो पड़ी। उसने बताया कि वह असम की निवासी है और अपने परिवार की माली हालत के कारण छोटी बहन के साथ भीख मांगकर जीवन यापन करती थी। पिता कैंसर से पीड़ित हैं, ऐसे में एक दिन भीख मांगते समय एक धूर्त महिला ने उसे फैक्ट्री में काम दिलाने का लालच देकर किशनगंज लाया।
फैक्ट्री के नाम पर बिकवाया गया रेड लाइट एरिया में
पीड़िता के अनुसार, वह महिला उसे और उसकी छोटी बहन को अधिक पैसा कमाने का लालच देकर किसी फैक्ट्री में ले जाने की बात कहकर किशनगंज के खगड़ा रेड लाइट एरिया में ले आई और वहां की मुन्नी नामक महिला को बेच दिया। पीड़िता ने बताया कि उसे और अन्य लड़कियों को नशे की दवाएं खिला कर देह व्यापार में धकेला जाता था।
उसका नाम बदलकर “काजल” रख दिया गया था। एक दिन जब उसे दवा देने के लिए कमरे में भेजा गया, तो उसने पीछे के रास्ते से भागकर अपनी जान बचाई।
छोटी बहन अब भी लापता
पीड़िता ने गंभीर चिंता जताई कि उसकी छोटी बहन अभी भी लापता है, जो संभवतः अभी भी मुन्नी के चंगुल में है। उसने बताया कि दोनों को एक साथ लाया गया था, लेकिन अब बहन की कोई खबर नहीं है।
मुन्नी पर संगीन आरोप
पीड़िता के मुताबिक, मुन्नी खगड़ा रेड लाइट एरिया की सरगना है, जो वहां काम कर रही अन्य लड़कियों को डरा-धमका कर, मारपीट कर और नशे की दवाएं देकर देह व्यापार में धकेलती है। मना करने पर शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था।
पुलिस कर रही जांच
स्थानीय लोगों की सूझबूझ और मदद से लड़की की जान बच पाई। टाउन थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़िता से पूछताछ की और उसे सुरक्षा में थाने ले जाकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने पीड़िता के बयान पर मामला दर्ज कर मुन्नी और अन्य संदिग्धों के खिलाफ जांच तेज कर दी है।
समाज को झकझोर देने वाली घटना
यह घटना किशनगंज जिले में मानव तस्करी और नाबालिगों को देह व्यापार में धकेले जाने की एक भयावह तस्वीर प्रस्तुत करती है। स्थानीय प्रशासन व पुलिस से मांग की जा रही है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई हो, पीड़िता की बहन को जल्द से जल्द खोजा जाए और इस गिरोह का समूल उन्मूलन किया जाए।