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जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की मॉनिटरिंग एवं ट्रैकिंग के लिए विकसितHIT(home isolation tracking)एप्प की जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दी गई।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद =प्रशिक्षक के रूप में आईटी मैनेजर श्री कुणाल कुमार झा द्वारा सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ,सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी तथा अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक को ऐप के माध्यम से मॉनिटरिंग करने संबंधी तकनीकी पहलू की बारीकी से जानकारी दी गई। इसके माध्यम से लॉग इन करने, टैगिंग करने तथा इंट्री करने संबंधी तकनीकी पहलू सहित मानिटरिंग की संपूर्ण प्रक्रिया से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्रखंड स्तर पर इस कार्य से जुड़े हुए अधिकारियों एवं कर्मियों के साथ गुरुवार को बैठक कर लेने तथा प्रखंडवार एएनएम/ आशा/ आंगनवाड़ी सेविका का टीम गठित कर उन्हें भी एप्प के तकनीकी पहलू की जानकारी देने तथा होम आइसोलेटेड व्यक्ति के बारे में इंट्री करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी अधिकारियों को एप के बारे में समुचित प्रशिक्षण प्राप्त करने तथा इसका उपयोग कर होम आइसोलेटेड व्यक्ति का प्रभावी मॉनिटरिंग एवं अनुश्रवण कर संक्रमित मरीज के स्वास्थ्य की समुचित देखरेख करने एवं उनका मनोबल , आत्मविश्वास उंचा करने का निर्देश दिया।

10 दिन के होम आइसोलेशन मे रह रहे व्यक्तियों की होगी प्रभावी मानिटरिंग।
तापमान एवं आक्सीजन स्तर का लिया जायगा रिकॉर्ड ।
डाटा की होगी आनलाइन प्रविष्टि

19.05.2021 पीडीएफ़ देखने  के लिए यहा क्लिक करे …

 

एनएम/ आशा/ सेविका के द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों के यहां विजिट कर उनका टेंपरेचर तथा ऑक्सीजन लेवेल रिकॉर्ड किया जायेगा तथा उसकी आनलाइन प्रविष्टि भी की जायेगी।। इससे उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त होगी तथा उनके इलाज की निगरानी भी की जाएगी । मानक से कम ऑक्सीजन लेवल वाले मरीज को आवश्यकतानुसार डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में ट्रांसफर भी किया जा सकता है । प्रखंडों में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को इस कार्य में अपेक्षित सहयोग प्रदान किए जाएंगे। इस प्रकार इस ऐप के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों की प्रभावी मॉनिटरिंग एवं ट्रैकिंग की जाएगी।

इस ऐप के माध्यम से संक्रमित मरीज का नियमित रूप से देखरेख की जाएगी जिससे उनका सही समय पर उचित इलाज होगा। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा नियमित निगरानी के कारण संक्रमित मरीज के आत्मबल, मनोबल एवं आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।

पटना जिला अंतर्गत कुल 6927 व्यक्ति होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। जिसकी प्रखंडवार स्थिति निम्नवत है–

अथमलगोला 105 ,बख्तियारपुर 142, बाढ़ 387 ,बेलछी 36, बिहटा 64, विक्रम 80 ,दानापुर 283 ,दनियावां 18, धनरूआ 56, दुल्हिन बाजार 55 ,फतुहा 42, घोसवारी 37 ,खुसरूपुर 22, मनेर 18 ,मसौढ़ी 58 ,मोकामा 122 ,नौबतपुर 60 ,पालीगंज 84, पंडारक 96 ,पटना सदर 4410 ,फुलवारी शरीफ 472, पुनपुन 28 ,संपतचक 252 है।

प्रशिक्षण कार्य में सिविल सर्जन डॉ विभा सिंह डीपीओ आईसीडीएस श्रीमती प्रियंवदा भारती सहित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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