पूर्णिया साइबर थाना की बड़ी कार्रवाई: गेमिंग ऐप से 15 लाख की ठगी करने वाला साइबर अपराधी गिरफ्तार
Kiracric ऐप के ज़रिए कई राज्यों में फैला था ठगी का जाल, आरोपी ने कबूला— दो करोड़ से अधिक की कमाई की

पूर्णिया,04जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, पूर्णिया के साइबर थाना ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए गेमिंग ऐप Kiracric के माध्यम से साइबर ठगी करने वाले आरोपी यासिर आरफात को गिरफ्तार किया है। वादी अभिषेक कुमार चौबे की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई, जिसमें बताया गया था कि सिमांचल ट्रेडिंग के UPI ID के जरिए उनके साथ करीब 15 लाख रुपये की ठगी की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वादी के आवेदन पर साइबर थाना कांड संख्या-41/25, दिनांक 03.06.25 को धारा 316(5)/318(4)/319(2)/351(2) BNS एवं आईटी एक्ट की धारा 66(C)/66(D) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
तकनीकी विश्लेषण से हुआ ठिकाने का खुलासा
तकनीकी जांच और आसूचना विश्लेषण से पता चला कि यासिर आरफात, पिता स्व. सब्बीर आलम, निवासी सहायक के. हाट, पूर्णिया, ने ‘सिमांचल ट्रेडिंग’ के नाम से एक फर्जी काउंटर बनाकर रजनी चौक के पास ठगी का नेटवर्क चला रखा था।
साइबर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में तत्काल छापेमारी कर आरोपी यासिर आरफात को मोबाइल व लैपटॉप के साथ गिरफ्तार किया गया। छानबीन में पता चला कि उसके पास से मोबाइल नंबर 9431845730, जो Kiracric ऐप से लिंक है, बरामद किया गया। एक अन्य नंबर 9852486646 से आरोपी ने वादी को धमकी भी दी थी।
ऐप पर 5,000 से अधिक शिकायतें
Kiracric एप्लिकेशन की साइबर पोर्टल पर जांच करने पर सामने आया कि इस एप से जुड़े पांच हजार से अधिक साइबर फ्रॉड केस विभिन्न स्थानों से दर्ज किए गए हैं। पूछताछ में यासिर आरफात ने स्वीकार किया कि उसने इस ऐप के जरिए दो करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की है।
बरामद सामग्रीः
- एक ओपो कंपनी का मोबाइल फोन, जिसमें दोनों नंबर सक्रिय पाए गए।
- एक आसुस कंपनी का लैपटॉप, जिसमें ऐप से संबंधित डेटा मिला।
छापामारी दल में शामिल अधिकारीः
- पु०अ०नि० संतोष कुमार झा, साइबर थाना, पूर्णिया
- पु०अ०नि० राहुल कुमार, भट्टा बाजार टीओपी
- सिपाही तेजबहादुर चौबे (795)
- सिपाही सिंदु कुमार (1015)
- सिपाही मनोज कुमार पंडित (35)
- एवं अन्य कर्मी
साइबर थाना की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हुआ है कि तकनीकी ठगी के मामलों में अब नेटवर्किंग और गेमिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर हो रहा है। प्रशासन ने आम नागरिकों से सतर्क रहने और संदिग्ध ऐप्स के झांसे में न आने की अपील की है।