किशनगंज : महिला संवाद कार्यक्रम: ग्रामीण महिलाओं की आवाज़ बन रहा सशक्त मंच

किशनगंज,20 मई (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, जिले में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावी पहल बनकर उभरा है। इस मंच के माध्यम से महिलाएं न केवल अपनी समस्याओं को साझा कर रही हैं, बल्कि समाधान और विकास की राह भी सुझा रही हैं।
कार्यक्रम में विभिन्न प्रखंडों की महिलाओं ने अपने अनुभव, आकांक्षाएं और सुझाव खुले मन से साझा किए। ठाकुरगंज प्रखंड के मलिनगाँव पंचायत की रुबिका बेगम ने गाँव में 22 घंटे बिजली आपूर्ति की आवश्यकता जताई। उन्होंने बताया कि बिजली से बच्चों की पढ़ाई, खेती-बाड़ी और घरेलू कार्यों में सुविधा होगी और इससे गाँव के विकास की गति भी तेज होगी।
चाहत ग्राम संगठन की फरीदा बेगम ने पोआखाली से गलगलिया रेल लाइन को शीघ्र शुरू करने की माँग रखी। उन्होंने कहा कि इससे यात्रियों को राहत मिलेगी और आवागमन में सुधार होगा।
कोचाधामन प्रखंड के भागल पंचायत की नीलम देवी ने अपने क्षेत्र में किसान प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने आधुनिक कृषि विधियों और किसानों के प्रशिक्षण को ग्रामीण विकास के लिए आवश्यक बताया।
वहीं तराना ग्राम संगठन की अफसाना बेगम ने कोचाधामन प्रखंड को रेल लाइन से जोड़ने की माँग उठाई। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी और महिला यात्रियों को होने वाली समस्याओं को प्रमुखता से उठाया।
दिघलबैंक प्रखंड के मंगुरा पंचायत की सुनीता देवी ने क्षेत्र में सिलाई-बुनाई प्रशिक्षण एवं वस्त्र निर्माण केंद्र स्थापित करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं को हुनरमंद बनाकर स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर विकसित किए जा सकते हैं और वस्त्र निर्माण को एक उद्योग के रूप में बढ़ावा मिल सकता है।
महिला संवाद कार्यक्रम न केवल विचारों के आदान-प्रदान का मंच बन रहा है, बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं की भागीदारी से लोकतांत्रिक प्रक्रिया को भी मजबूती दे रहा है। महिलाएं अब निर्भीक स्वर में अपनी समस्याएं और समाधान प्रस्तुत कर रही हैं, जिससे नीतियों और योजनाओं में उनकी सक्रिय भूमिका सुनिश्चित हो रही है।