किशनगंज : ट्रैक्टर चालकों ने किया परिवहन विभाग का विरोध, कहा-बड़े वाहनों पर कार्रवाई न कर छोटे वाहनों से फाइन कर टारगेट पूरा करते है अधिकारी
जाम कर रहे स्थानीय ट्रैक्टर चालकों ने बताया कि बार बार जुर्माना लिया जाता है, 70 से 80 हजार रूपया जुर्माना लिया जाता है, चालक ने बताया कि एक माह में तीन तीन बार जुर्माना लिया गया है। ऐसे में हम कैसे रोजगार करेंगे
किशनगंज, 07 नवंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह/फरीद अहमद, ट्रैक्टर चालकों ने परिवहन विभाग पर बार बार जुर्माना वसूलने का आरोप लगाते हुए सोमवार को सालकी चौक के समीप किशनगंज-ठाकुरंगज मुख्य मार्ग अवरुद्ध कर दिया। इतना ही नहीं उसी समय सालकी चौक के समीप एक ट्रैक्टर चालक पर जुर्माना लगा रहे डीटीओ अरुण कुमार को रोककर विरोध प्रदर्शन किया गया। सूचना प्राप्त होने पर सदर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। थोड़ी देर बाद एसडीएम लतीफुर रहमान अंसारी और एसडीपीओ गौतम कुमार भी मौके पर पहुंचे। एसडीएम और एसडीपीओ के आश्वाशन के बाद जाम हटवाया गया। मौके पर करीब दो घण्टे तक किशनगंज-ठाकुरंगज मुख्य मार्ग पर जाम रहा। सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की कतार लग गई। जाम कर रहे स्थानीय ट्रैक्टर चालकों ने बताया कि बार बार जुर्माना लिया जाता है। 70 से 80 हजार रूपया जुर्माना लिया जाता है। चालक ने बताया कि एक माह में तीन तीन बार जुर्माना लिया गया है। ऐसे में हम कैसे रोजगार करेंगे। डीटीओ अरुण कुमार वाहन जांच अभियान के दौरान बेलवा की ओर से वापस लौट रहे थे। तभी सालकी चौक के पास एक ट्रैक्टर की जांच कर रहे थे। इसके बाद ट्रैक्टर चालक उग्र हो गए, इसके बाद डीटीओ को मौके पर रोक दिया जमकर बवाल मचाया। डीटीओ अरुण कुमार ने बताया कि वाहन जांच के दौरान बेलवा से लौट कर सालकी चौक के पास एक ईंट लदे ट्रैक्टर की जांच कर रहे थे तभी कुछ लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। डीटीओ ने कहा कि इनकी समस्या का जो भी विधिवत समाधान है किया जाएगा और नियमानुसार ही कार्रवाई की जाती है। मामले को लेकर एसडीएम लतीफुर रहमान अंसारी ने बताया कि फिलहाल मामले को सुलझा लिया गया है और लिखित आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब हो कि रोजाना चलने वाले ट्रेक्टर को पकड़कर फाइन काटा जाता है और बड़े ट्रक, कन्टेनर, डंफर को खुलेआम इंट्री माफिया की मेहरबानी से चल रहा है। एक ट्रैक्टर को महीना में तीन बार पकड़कर फाइन कर राजस्व वसूली दिखाया जाता है और ट्रक, कंटेनर, टेलर, डंफर पर ध्यान ही नही दिया जाता है। इंट्री माफियाओ के आड़ छोड़ दिया जाता है। जिससे लगातार ट्रैक्टर चलाक परेशान होकर विरोध करना शुरू कर दिए हैं। बड़े वाहनों में ओवरलोड का परिचालन जारी है हैरानी की बात यह है कि ओवरलोड पर कार्रवाई के बाद भी ओवरलोड पर लगाम लगता नहीं दिख रहा जिससे यह साफ हो रहा है कि फाइन भरने के बाद भी उच्च मात्रा में मुनाफा इन लोगों द्वारा ओवरलोड चलाकर/पासिंग करवा कर कमाया जा रहा है। जिससे राजस्व की क्षति रोज इंट्री माफियाओ द्वारा पहुचाया जा रहा है।