किशनगंज : स्मैक के काले कारोबार में लिप्त विवेक झा को 30 ग्राम स्मैक के साथ सदर पुलिस ने किया गिरफ्तार, पुलिस गिरोह के उदभेदन में जुटी..
पुलिस कप्तान कुमार आशीष के निर्देश पर सदर थानाध्यक्ष श्याम किशोर यादव के नेतृत्व में गठित टीम शहर के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की।हालांकि छापेमारी की भनक मिलते ही गिरोह का सरगना फरार हो गया।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष के निर्देश पर सदर थानाध्यक्ष श्याम किशोर यादव ने छापेमारी कर स्मैक के साथ रुईधाशा निवासी स्मैक माफिया विवेक झा को 30 ग्राम स्मैक के साथ दिनांक-17.06.2020 को रात तकरीबन 7 बजे धर दबोचा।उसके बाद सदर थानाध्यक्ष श्याम किशोर यादव के नेतृत्व में गठित टीम ने शहर के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। हालांकि छापेमारी की भनक मिलते ही गिरोह का सरगना फरार हो गया, लेकिन रूईधासा निवासी विवेक कुमार झा, पिता मनबोध झा को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल रही।पुलिस के द्वारा तलाशी लेने के दौरान पुलिस ने विवेक झा के जेब से 30 ग्राम स्मैक बरामद की है।पूछताछ में आरोपित से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस गिरोह के उदभेदन में जुट गई है।जबकि आरोपित के विरुद्ध 242/2020 एनडीपीएस एक्ट के विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर दिनांक-18.06.2020 को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।थानाध्यक्ष ने बताया कि विवेक स्मैक के काले कारोबार में लिप्त है।वह स्मैक का सेवन करने के साथ-साथ बेचने का भी काम करता है और उसका पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है।
आपको बताते चले कि 22 नवम्बर 2019 को डीएम कार्यालय में तैनात चौकीदार सुनील राम इंटर हाई स्कूल रोड के रास्ते रेलवे स्टेशन दिन के 11:45 बजे मोबाइल से बात करते हुए जा रहा था इसी बीच पीछे से विवेक झा और उसका एक साथी मोबाइल छीन रफू चक्कर हो गया।मोबाइल छीनते हुए एक स्थायी निवासी ने देख विवेक झा को पहचान लिया।इसके बाद सदर पुलिस को इसकी सूचना दी गई।तब जाकर सदर पुलिस ने एक घण्टा के अंदर विवेक झा से मोबाइल बरामद कर लिया।पुलिस को उस वक्त सूचना मिली थी कि विवेक झा और उसके साथी कस्टम आफिस के पीछे जंगल मे स्मैक का पुरिया बना रहा है, और पी रहा है।इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की इतने में विवेक झा का नजर पुलिस पे पर गया और स्मैक और मोबाइल को जंगल मे फेक नदी में कूद गया।और उसका एक साथी भी उसके पीछे नदी में कूद गया।उसका साथी तो किसी तरह तैर कर नदी के उस पर चल गया और विवेक झा को तैरने नही आने के कारण नदी के जल कुम्भी में पैर फस गया और वो डूबने लगा, और बेहोस हो जल कुम्भी के सहारे अटक गया।फिर स्थानीय केवल सच पत्रिका के पत्रकार धर्मेन्द्र सिंह के द्वारा किसी तरह नदी से में जाकर उसे बाहर निकाला।उस वक्त विवेक झा और उसके साथी ने तकरीबन 4 घंटा तक इधर से उधर करता रहा तब जाकर बड़ी मुश्किल से पुलिस ने उसे पकड़ा।कुछ दिन बाद जेल से छुटा और फिर से अपना धंधा स्मैक का करने लगा।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विवेक झा प्रतिदिन करीब 40 से 45 हजार रुपया का स्मेक दालकोला से लाकर बिक्री करता था।इस नशे का लत में अगल बगल के छोटे छोटे बच्चे आ गए है।आप गौर करे कि दिनांक-17.06.2020 को विवेक झा के घर पर छापेमारी के बाद भी उसके घर पर स्मैक खरीदने के लिए 20 से 25 नशेड़ीयो का मोटरसाइकिल से आना जाना लगा रहा।इस कार्रवाई से आम लोगो मे खुशी तो है ही साथ ही जो जो स्मैक सेवन करता था उसके उसके गार्जियन ने जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष की तारीफ करते हुए जिला पुलिस को शुक्रिया कहा है।