किशनगंज : राज्य अंडर-11 शतरंज में किशनगंज निवासी धान्वी एवं सुरोनोय हुए शामिल
राज्य-स्तर के इस शतरंज प्रतियोगिता में पटना, छपरा, दरभंगा, वैशाली, मुंगेर, पूर्णियां, गया, मुजफ्फरपुर, खगड़िया, बेगूसराय, भोजपुर, रोहतास, समस्तीपुर सहित अपने प्रदेश के अन्य जिलों से जिला-स्तर पर चयनित कुल 117 बालक-बालिका खिलाड़ीगण राष्ट्रीय-स्तर पर अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने हेतु आपस में प्रतिस्पर्धा करने उतर चुके हैं
किशनगंज, 24 अगस्त (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, होटल डायमंड इन, गोला रोड, पटना में तीन दिवसीय बिहार राज्य अंडर-11 बालक-बालिका शतरंज प्रतियोगिता शनिवार से प्रारंभ है, जो सोमवार को संपन्न होगा। 11 वर्ष से कम आयु की राज्य-स्तर के इस शतरंज प्रतियोगिता में पटना, छपरा, दरभंगा, वैशाली, मुंगेर, पूर्णियां, गया, मुजफ्फरपुर, खगड़िया, बेगूसराय, भोजपुर, रोहतास, समस्तीपुर सहित अपने प्रदेश के अन्य जिलों से जिला-स्तर पर चयनित कुल 117 बालक-बालिका खिलाड़ीगण राष्ट्रीय-स्तर पर अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने हेतु आपस में प्रतिस्पर्धा करने उतर चुके हैं।
उपरोक्त जानकारी जिला शतरंज संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता एवं वरीय संयुक्त सचिव कमल कर्मकार ने शनिवार को दी। उन्होंने आगे कहा कि इस महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में उक्त जिले के खिलाड़ियों को चुनौती देने हेतु बालिका वर्ग में अपने जिले की खिलाड़ी धान्वी कर्मकार एवं बालक वर्ग में सुरोनोय दास को शामिल किया गया है। इन बाल खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए जिलाधिकारी सह संघ के पदेन अध्यक्ष तुषार सिंगला ने अपना आशीष प्रदान कर उन्हें अपने गंतव्य की ओर रवाना किया।
विदित हो कि धान्वी अंतर्राष्ट्रीय शतरंज प्रशिक्षक तथा चेस क्रॉप्स के कर्णधार कमल कर्मकार व दिव्या कर्मकार की पुत्री है तथा स्थानीय बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के वर्ग 4 की छात्रा है। वहीं सुरोनोय संघ के उपाध्यक्ष राजेश कुमार दास व सुनीता दास का पुत्र है तथा वह कथित विद्यालय के वर्ग 5 का छात्र है। महासचिव शंकर नारायण दत्ता ने जानकारी दी कि ये दोनों खिलाड़ी संघ के लर्निंग पार्टनर चेस क्रॉप्स से प्राप्त प्रशिक्षण से समृद्ध होकर पिछले 3 सालों में अंडर-7 एवं 9 आयु वर्गों में कुल 7-7 बार अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इन खिलाड़ियों के निजी कोच तथा चेस क्रॉप्स के सीईओ कमल कर्मकार ने कहा कि इस बार भी इनसे अनुरूप प्रदर्शन की आशा है।
इस अवसर पर डीएम तुषार सिंगला ने कहा कि यह उनके जिले के लिए अत्यंत ही गर्व का विषय है कि आये दिन यहां के खिलाड़ी विभिन्न आयु वर्गों के राज्य- स्तरीय शतरंज प्रतियोगिताओं में लगातार सफलता अर्जित कर राष्ट्रीय-स्तरों पर अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने का गौरव प्राप्त कर रहे हैं। भविष्य में इनमें से किन्हीं के या कई के ग्रैंडमास्टर बनने की प्रबल संभावना है। उनकी शुभकामनाएं यहां के हर शतरंज खिलाड़ियों के लिए हैं। मौके पर जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी सह उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा प्रह्लाद कुमार, संघ के उपाध्यक्ष राजेश कुमार दास, मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता, वरीय संयुक्त सचिव कमल कर्मकार एवं अन्य उपस्थित थे।