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किशनगंज : 10 से 14 दिसम्बर तक नौनिहालों को डोर टू डोर जाकर पिलायी जाएगी पोलियो की खुराक

नौनिहालों की जिंदगी सुरक्षित व स्वस्थ बनाने के लिए सरकार तत्पर है: जिलाधिकारी 

0 से 5 साल के बच्चे को पिलाएं खुराक: सिविल सर्जनकिशनगंज, 09 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में रविवार से आगामी 14 दिसंबर तक चलने वाला अनु-राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पोलियो अभियान शुरू होगा। जिसकी सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि भारत सहित विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के 10 अन्य देशों को 27 मार्च 2014 को पोलियो मुक्त प्रमाणित किया गया था। देश में पोलियो का अंतिम मामला 13 जनवरी 2011 को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में सामने आया था। वैश्विक स्तर पर, पोलियो का वायरस अफगानिस्तान और पाकिस्तान में स्थानिक है। हालांकि भारत पोलियो मुक्त प्रमाणित हो गया है लेकिन वायरस के वैश्विक उन्मूलन होने तक वाइल्ड पोलियो वायरस के बाहर से आने या टीका जनित पोलियो वायरस का जोखिम बना हुआ है। इसी वजह से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के निर्देश पर पल्स पोलियो अभियान चलाने की सलाह दी गई है। राज्य स्वास्थ्य समिति के दिशा निर्देश के आलोक में सभी प्रखंडों में पोलियो की दवा उपलब्ध करा दी गयी है। सभी एमओआईसी अपने स्तर से पूर्व में ही माइक्रोप्लान तैयार कर चुके हैं। साथ ही सभी टीकाकर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। जिला स्तर पर जिलाधिकारी तुषार सिंगला की अध्यक्षता में जिला टास्क फ़ोर्स की बैठक में दिए गये निर्देश के आलोक में सभी प्रखंडों में प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में प्रखंड स्तर की बैठक भी की जा चुकी है। ताकि, इस पल्स  पोलियो अभियान में एक भी लाभुक बच्चा न छूटे। डीएम तुषार सिंगला ने कहा कि नौनिहालों की जिंदगी सुरक्षित व स्वस्थ बनाने के लिए जितना सरकार तत्पर है उतना ही जागरूक माता-पिता को भी होना चाहिए। कोई भी बच्चा अपंगता का शिकार न हो, इसे ले समय-समय पर अभियान चलाकर स्वास्थ्य विभाग पोलियो की दवा उनके घर तक पिलाने का कार्य कर रही है। अभियान को सफल बनाने में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए। शहरी मलिन बस्ती, अल्पसेवित समुदाय, ईंट भट्टा, घुमंतु बंजारा इत्यादि को विशेष रूप से अभियान का लाभ देने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि  शून्य से पांच साल तक के बच्चों की लाइन लिस्टिंग के अलोक में पल्स पोलियो टीकाकरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा किया जायेगा । अभियान के दौरान प्रतिदिन शाम को कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी। साथ ही, डब्ल्यूएचओ एवं यूनिसेफ़ के द्वारा अभियान की मॉनिटरिंग की जाएगी। सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने कहा कि पोलियो एक खतरनाक बीमारी है। जिससे बचाव के लिए अभियान चलाकर पोलियो की दो बूंद खुराक 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पिलाई जाती है। 10 दिसंबर से पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत हो रही है। इस दौरान जिले के सभी लोग अपने बच्चों को पोलियो की दो बूंद खुराक जरूर पिलाएं। ताकि पोलियो होने की संभावनाओं को खत्म किया जा सके। उन्होंने बताया कि इस अभियान में डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, सहित अन्य सहयोगी संस्थाएं अहम योगदान निभाएंगी। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. देवेन्द्र कुमार ने बताया, अभियान के तहत शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों को डोर टू डोर जाकर पोलियो की खुराक पिलायी जाएगी। इसके अलावा बस पड़ाव, चौक चौराहों व बाजारों आदि जगहों पर प्रशिक्षित टीका कर्मियों द्वारा वहां से गुजरने वाले सभी लक्षित बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायी जाएगी। अभियान के लिए प्रखंड स्तर पर टीम गठित की गयी है । हाउस टू हाउस टीम, मोबाइल टीम, चौक चौराहों के लिए टीम का गठन किया गया है । टीम के सभी सदस्य अपने क्षेत्रों में कार्यक्रम की सफलता में भूमिका निभाएंगे। उन्होंने बताया कि टीकाकर्मियों का पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण करने के लिए निर्देशित किया गया है। कार्यरत टीकाकर्मियों एवं पर्यवेक्षकों का शतप्रतिशत प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाना है। साथ ही, ट्रांजिट स्थलों जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चौक चौराहों आदि पर प्रशिक्षित टीकाकर्मियों को नियुक्त कर लक्षित बच्चों को पोलियो की खुराक देना जरूरी है।

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