किशनगंज : पुलिस ने लाल खून का काला कारोबार का किया पर्दाफाश, गाछपारा से 21 यूनिट ब्लड किया जब्त
गाछपारा पंचायत के बोमा बस्ती में लाल खून का काला कारोबार का एसआई संजय कुमार यादव ने उद्भेदन करते हुए 21 पाउच ब्लड व छह खाली पाउच किया बरामद, बताया जा रहा है कि यह धंधा एक घर में चल रहा था, हालांकि इस उद्भेदन में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है
किशनगंज, 07 नवंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, सदर पुलिस ने मंगलवार को गाछपारा के बोमा बस्ती से 21 यूनिट ब्लड जब्त किया है। साथ ही ब्लड का छह खाली पाउच भी जब्त किया गया है। पुलिस को अवैध रूप से ब्लड का कारोबार किये जाने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस के द्वारा गाछपारा में छापेमारी की गई। टीम में एएलटीएफ प्रभारी संजय कुमार यादव, प्रशिक्षु अवर निरीक्षक अन्नू कुमारी, शामिल थे। पुलिस को ब्लड का अवैध रूप से कलक्ट किये जाने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने के बाद कार्रवाई की गई। वही पुलिस कर द्वारा मामले की पड़ताल के लिए ड्रग इंस्पेक्टर को सूचना दी गई है। ड्रग इंस्पेक्टर भी सदर थाना पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं। गौर करे स्मैक के बदले नशेड़ियों से धंधेबाज के द्वारा ब्लड लिया जाता था। मिली जानकारी के मुताबिक ब्लड पाउच सिर्फ सरकारी संस्थानों को उपलब्ध करवाया जाता है। वही इतने बड़े पैमाने पर पाउच मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी सवालों के घेरे में है। वहीं एसपी डा० इनाम उल हक मेंगनु ने बताया की अवैध तरीके से ब्लड एकत्रित करना गैरकानूनी है और पाउच कैसे मिला ? इस संदर्भ में ड्रग इंस्पेक्टर को पूछताछ के लिए बुलाया है। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह का रक्त मरीज को चढ़ाने से गंभीर बीमारी हो सकती है। उन्होंने नर्सिंग होम संचालकों से भी अपील करते हुए कहा कि मुनाफाखोरी के लिए इस तरह का कार्य नही करे और अगर कोई ब्लड बेचने आता है तो पुलिस को जरूर सूचित करे। साथ ही उन्होंने बताया कि मामले में जो भी संलिप्त होंगे उनके खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी। एसपी डा० इनाम उल हक मेगनु ने बताया कि मामले की पड़ताल की जा रही है। यह जांच की जा रही है की ब्लड को किस परिस्थितियों में लाया गया। इसे आगे कहां दिया जाना था।