किशनगंज : चोरी पर अंकुश नहीं लगने पर पुलिसकर्मियों का काटा जायेगा वेतन: एसपी
बाइक चोरी होने पर 7 दिन व घर में चोरी होने पर 10 दिनों का काटा जायेगा वेतन

किशनगंज, 25 अगस्त (के.स.)। धर्मेंद्र सिंह, एसपी के इस आदेश से आम लोगों में खुशी है कि पुलिसकर्मियों को एक जिम्मेदारी दी गई है अन्यथा वेतन कटौती के रूप में उसे सजा दी जाएगी। इससे लोगों की संपत्ति सुरक्षा पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी और अगर चोरी की घटना घटित भी होती है तो उसका उद्भेदन भी समय से होगा। चोरी के मामले में अक्सर पुलिस के हाथ खाली रहते हैं। चोरी की घटना बाद पुलिस मामला दर्ज कर उस केस को ठंडा बस्ता डाल देते हैं लेकिन अब उम्मीद है कि मामले में पुलिस एक्शन मोड में दिखेगी। जिला में क्राइम कंट्रोल और विधि व्यवस्था संधारण को लेकर पुलिस अधीक्षक डा. इनाम उल हक मेगनू के द्वारा लगातार नए पहल किए जा रहे हैं। अपराध होने पर जिम्मेदार पर पुलिसकर्मियों को अब सजा के रूप में उसका वेतन काटा जाएगा। ताकि पुलिसकर्मी अपने जिम्मेदारी का निर्वहन बेहतर तरीके से करें। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक अब कहीं बाइक एवं घरों में चोरी होने पर पुलिस पदाधिकारी से लेकर चौकीदार तक का सात से दस दिनों का वेतन कटेगा। एसपी डा. इनाम उल हक मेगनू ने सख्त हिदायत देते हुए जिले में चोरी की वारदात को अंकुश लगाने का निर्देश पुलिस पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को दिया है। वहीं क्षेत्र में चोरी का घटना घटित होने पर सात दिनों के अंदर उद्भेदन कर चोरों को सलाखों के पीछे भेजने का निर्देश दिया है और उद्भेदन करने में सक्षम नहीं होने वाले पुलिस कर्मियों की वेतन कटौती के साथ कार्रवाई की जाएगी। एसपी डा. मेगनू ने कहा कि चोरी का पर्दाफाश करने वाले पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। गौर करे कि बीते कई माह में जिले के कई थाना क्षेत्रों में चोरी की वारदात में इजाफा के साथ जिले में बाइक चोरी की घटना में बढ़ोतरी हुई थी। घटना बाद मामले में अपराधियों की गिरफ्तारी और चोरी के सामान बरामदगी भी नग्न रही है। समीक्षा के दौरान यह देख एसपी एक्शन मूड में नजर आ रहे हैं इसके साथ ही कड़ी हिदायत चोरी रोकने के लिए पुलिस कर्मियों को दी है। गौरतलब हो कि जिला में कुछ माह पूर्व एसपी के निर्देश पर सभी थाना क्षेत्रों के वार्ड से लेकर पंचायत को अलग-अलग सेक्टर बनाकर पुलिस पदाधिकारी से लेकर पुलिसकर्मियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी। जिसमें एक पुलिस पदाधिकारी के साथ सभी रैंक के चार से पांच पुलिस कर्मी को टीम में शामिल कर एक-एक वार्ड व पंचायत की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बावजूद चोरी की घटना में अंकुश नहीं लग पाया। इसके बाद एसपी कड़े रुख अपनाते हुए वेतन कटौती का आदेश दिया है। एसपी ने बताया कि बाइक चोरी होने पर सात दिन, घर में चोरी होने पर 10 दिन का वेतन कटेगा। चोरी होने वाले क्षेत्रों के पुलिस पदाधिकारी से लेकर एएसआई, सिपाही व चौकीदार के साथ उस क्षेत्र में पुलिस गश्ती करने वाले पूरे टीम का वेतन काटा जाएगा। एसपी ने बताया कि पुलिस पदाधिकारी अपने टीम के अपने अपने वार्ड व पंचायत का सुरक्षा को और मजबूत करें ताकि घटना ना हो। वहीं एसपी के इस निर्देश के बाद से ही पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है और अपने अपने क्षेत्र पर पैनी नजर पुलिस रख रही हैं।