किशनगंज : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने सरकार के द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए कार्यों का किया बखान।
आजादी के समय 1947 में बिहार में जहां 8 मेडिकल कालेज था वहीं पिछले चार साल पहले तक उसकी संख्या 11 तक पहुंची और अगले 5 वर्ष में बिहार में मेडिकल कालेज की संख्या 29 हो जाएगी : मंगल पांडेयस्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने तेजप्रताप का लिया पक्ष, कहा परिवार के बड़े बेटे को दरकिनार करना उचित नहीं।
- 2005 के बाद हमारी सरकार के प्रयास से स्वास्थ्य व्यवस्था में आया है काफी सुधार।
- विकास भी दिखाई दे रहा है, राज्य में अभी 18 मेडिकल कॉलेज है।
- अगले 5 वर्ष में बिहार में मेडिकल कालेज की संख्या 29 हो जाएगी।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे रविवार को विभिन्न कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर किशनगंज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रेस वार्ता कर बिहार में विकसित हो रहे स्वास्थ्य व्यवस्था के बारे में बताते हुए कहा कि बिहार स्वास्थ्य सेवा के साथ स्वास्थ्य शिक्षा में भी लगातार आगे बढ़ते जा रहा है। आजादी के समय 1947 में बिहार में जहां 8 मेडिकल कालेज था वहीं पिछले चार साल पहले तक उसकी संख्या 11 तक पहुंची और अगले 5 वर्ष में बिहार में मेडिकल कालेज की संख्या 29 हो जाएगी। जिससे बिहार में स्वास्थ्य सेवा के साथ स्वास्थ्य शिक्षा भी आगे बढ़ेगा। वही स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए सरकार की ओर से अगले कुछ माह में राज्य के हर प्रखंड में अत्याधुनिक सुविधा से लैस एक-एक एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाएगा। जो ग्रामीण स्तर के मरीजों के लिए वरदान साबित होगा। स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए 20200 एएनएम की बहाली भी जल्द होगी। कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों को टीका लेने के लिए प्रेरित करते हुए सरकारी गाइडलाइन का पालन करने की अपील की। कहा की बिहार में लोगों की सजगता के कारण कोरोना का संक्रमण लगातार कम होते जा रहा है। फिलहाल बिहार में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 43 है। देश में बिहार कोरोना संक्रमण के मामले में 32वां स्थान पर है और लगातार टीकाकरण कर लोगों को संक्रमण से सुरक्षित करने का काम सरकार की ओर से किया जा रहा है। आपको बताते चलें कि स्वास्थ मंत्री श्री मंगल पांडे ने कोरोना काल मे बेहतरीन कार्य करने वाले सभी लोगो को सम्मानित भी किया। स्वास्थ्य मंत्री का किशनगंज में दो दिनों का कार्यक्रम है। आज भाजपा कार्यालय सहित एमजीएम मेडिकल कालेज में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिए। इसके बाद हाल के दिनों निधन हुए भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष के घर जाकर उनके परिजनों से मिलेंगे फिर 04 अक्टूबर को समाहरणालय सभागार में अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने आरजेडी परिवार में जारी घमासान को लेकर पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि हर परिवार में बड़े बेटे का एक अधिकार होता है और इस मामले में तेजप्रताप को दरकिनार किया जा रहा है जो गलत है। उन्होंने कहा कि चाहे सामाजिक व्यवस्था हो या प्रशासनिक व्यवस्था हो, बड़ा बेटा ही उत्तराधिकारी माना जाता है लेकिन परिवार के लोगो ने जिस प्रकार दरकिनार किया है, वो उचित नही है, उन्होंने तेज प्रताप का पक्ष लेते हुए कहा कि उन्हें उनका अधिकार मिलना चाहिए। वहीं उन्होने नीति आयोग के रिपोर्ट पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीति आयोग अपने तरीके से अपने पैमाने को सोचते है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने इस राज्य में लंबे समय तक शासन किया, उस वर्ष तक यानी 2005 तक इस राज्य में मात्र 08 मेडिकल कॉलेज था, अस्पतालों में कितनी सुविधा थी यह जगजाहिर है, अस्पतालों में दवाइयों की क्या स्थिति थी, कितनी नर्स और डॉक्टरों की बहाली होती थी। जनता सब जानती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उनलोगों को जवाब देना चाहिए कि क्यो राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था उस वक्त चरमराई हुई थी। उन्होंने कहा कि 2005 के बाद हमारी सरकार के प्रयास से स्वास्थ्य व्यवस्था में काफी सुधार आया है और विकास दिखाई दे रहा है। वही उन्होंने तेजस्वी की चिकित्सको के संवाद पर कहा कि तेजस्वी सिर्फ संवाद कर सकते है कार्य नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि जब उन्हें बिहार की जनता को जरूरत पड़ती है तो वो दिखाई नहीं पड़ता है। श्री पाण्डेय ने सरकार के द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए कार्यों का बखान किए। पत्रकार वार्ता में बीजेपी के विधान पार्षद डॉ दिलीप कुमार जायसवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशांत गोप, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।