किशनगंज गजेटियर का विधिवत प्रारंभ, जिले के इतिहास व संस्कृति का बनेगा जीवंत दस्तावेज

किशनगंज,17जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, भौगोलिक एवं सामाजिक-आर्थिक दस्तावेज ‘जिला गजेटियर’ के प्रारूप प्रकाशन की प्रक्रिया का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक, आईएचडी एवं सेवानिवृत्त आईएएस डॉ. श्रीरंजन की अध्यक्षता में प्रारूप प्रकाशन समिति की पहली बैठक समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में जिलाधिकारी विशाल राज सहित विभिन्न जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। डॉ. श्रीरंजन ने जानकारी दी कि पूर्णिया प्रमंडल के सात जिलों – पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, सहरसा, सुपौल एवं मधेपुरा – में एक साथ गजेटियर प्रकाशन की प्रक्रिया शुरू की गई है। किशनगंज जिले के लिए यह गजेटियर पहली बार तैयार हो रहा है।
गजेटियर की प्रमुख विशेषताएं:
- जिले के भूगोल, जनसंख्या, संस्कृति, अर्थव्यवस्था, कृषि, पर्यावरण, ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों का समग्र विवरण।
- वर्ष 1960 के बाद जिले में हुए बदलावों और विकास यात्रा का समावेश।
- औद्योगिक संभावनाओं, पर्यटन स्थलों, कृषि विशेषताओं जैसे चाय, मक्का, स्ट्रॉबेरी, अनानास आदि का विवरण।
- गंगा-जमुनी तहजीब, मौखिक इतिहास, भाषा-संस्कृति (जैसे सुरजापुरी) को प्रमाणिक साक्ष्यों के साथ प्रस्तुत किया जाएगा।
डॉ. श्रीरंजन ने बताया कि पहले छह महीनों में प्रारूप ड्राफ्ट तैयार कर जिला प्रशासन को सौंपा जाएगा। फिर सुझाव लेकर एक वर्ष के भीतर अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। इसके लिए शोधकर्ताओं की टीम किशनगंज में रहकर स्थानीय लोगों, समाजसेवियों, कलाकारों एवं विभागों से तथ्य एकत्रित करेगी।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे प्रमाणिक एवं अद्यतन आंकड़े शीघ्र समिति को उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि किशनगंज गजेटियर नीति निर्माण एवं शैक्षणिक अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होगा।
इस अवसर पर प्रो. सजल प्रसाद, फरजाना बेगम (एडवोकेट), मिक्की साह (रेड क्रॉस), सुखसागर नाथ सिन्हा (प्रेस क्लब अध्यक्ष) सहित अन्य वक्ताओं ने संथाल परगना, सुरजापुरी भाषा, चकला गाँव का इतिहास, चावल का भक्का, SSB-BSF की भूमिका, IPL तर्ज पर ‘किशनगंज प्रीमियर लीग’, एवं जिले के नामकरण से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों पर चर्चा की।
डॉ. श्रीरंजन ने अपील की कि कोई भी व्यक्ति या संस्था जो किशनगंज से जुड़ी ऐतिहासिक-सांस्कृतिक जानकारी साझा करना चाहता है, वह अगले तीन दिनों के भीतर टीम से संपर्क कर सकता है।बैठक में एडीएम अमरेन्द्र कुमार पंकज, भू-अर्जन पदाधिकारी संदीप कुमार, जनसम्पर्क पदाधिकारी कुंदन कुमार सिंह सहित कई विभागीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे। गजेटियर समिति में डॉ. अश्विनी कुमार, डॉ. मुबारक अली, डॉ. रविशंकर, आदर्श कुमार, सनी कुमार जैसे विशेषज्ञ शामिल हैं।