किशनगंज : मुस्लिम भाईयों ने रोजा रखकर की अल्लाह की इबादत।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, बरकत और रहमतों का मुकद्दस महीना रमजान शुरू हो गया है। जुम्मा को मुस्लिम समाज के लोगों ने पहला रोजा रखा। तेज धूप और गर्मी भी रोजेदारों का हौसला डिगा नहीं शाम को इशा की नमाज के बाद रात में तरावीह की विशेष नमाज अदा की गई। रमजान माह के पहले दिन मुस्लिम समाज के लोगों ने रोजे रखकर खुदा की इबादत की। वहीं बच्चों ने जिद करके पहला रोजा रख लिया। दिनभर भूख-प्यास की शिद्दत सहकर खुदा की बारगाह में इबादत की। रोजा इफ्तार से पहले शाम को बाजारों में रोजेदारों ने पहुंचकर खजूर और फलों के साथ पकौड़ी आदि की खुब खरीदारी की। शाम को मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में मस्जिदों एवं बाजारों के आसपास रौनक रही। फल, खजूर के साथ हीं सिवइयों की दुकानें सजाई गई हैं।
जिला के टेढ़ागाछ वासी समाज सेवी शाह आलम ने कहा कि रमजान के पहले अशरे में नेक बंदों पर अल्लाह तआला की रहमत बरसती है। अल्लाह शैतान को कैद कर देते हैं। जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं। दोजख के दरवाजों को बंद कर दिया जाता है। इस महीने में एक नेकी का सवाब 70 गुना अधिक मिलता है। उन्होंने बताया कि पूरे रमजान मुबारक महीने को तीन अशरों में बांटा गया है। प्रत्येक अशरा दस-दस रोजों का होता है। इस महीने अधिक से अधिक कुरान की तिलावत करें। अल्लाह तआला नेक बंदों के गुनाहों को माफ कर देते हैं।