किशनगंज : जिला स्तरीय तरंग मेघा उत्सव कार्यक्रम असफाकउल्लाह खां स्टेडियम में डीएम ने किया विधिवत उद्घाटन।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण पटना एवं बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना और जिला प्रशासन किशनगंज के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय जिला स्तरीय तरंग मेधा स्पोर्ट्स उत्सव का उद्घाटन जिलाधिकारी (डीएम) श्रीकांत शास्त्री के द्वारा स्थानीय खगड़ा, शहीद अशफ़ाक़ उल्लाह खां स्टेडियम में बुधवार को किया गया।
कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन डीएम श्रीकांत शास्त्री ने द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया।जिला खेल पदाधिकारी, रंजीत कुमार ने मुख्य अतिथि डीएम श्रीकांत शास्त्री और अन्य अतिथियों को पौधा देकर स्वागत किया। जिला स्तरीय तरंग मेधा उत्सव का शुभारंभ करते हुए डीएम ने खुले नीले आसमान में रंग बिरेंगे गुब्बारा उड़ा कर और मशाल को प्रज्वलित कर सभी उपस्थित एथलीट का उत्साहवर्धन किया। प्रज्वलित मशाल का ओथ लेते हुए डीएम ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को खेल संकल्प दिलाया। मार्च पास्ट में सरस्वती विद्या मंदिर के विद्यार्थियों ने जय घोष बैंड बजाया। उनके द्वारा शानदार प्रस्तुति दी गयी।
दो दिवसीय जिला स्तरीय तरंग मेधा स्पोर्ट्स उत्सव में जिले के 7 प्रखण्डों के लगभग 1000 बालक व बालिका शामिल हुए प्रतियोगिता में बालक/ बालिका आयु सीमा अंडर 12/14/17 छात्र छात्राएं शामिल हुए। विभिन्न विधाओं में एथलेटिक्स, कबड्ड़ी खो-खो एवं फुटबॉल विधाओं में बालक/बालिका का प्रतियोगिता करायी जा रही है। प्रथम दिन एथलेटिक्स खेल विधा और खो खो खेल प्रतियोगिता आयोजित हुई। इस अवसर पर डीएम श्रीकांत शास्त्री ने तरंग मेधा स्पोर्ट्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि विधालय में खेलकूद का आयोजन बहुत जरूरी है। सभी प्रतिभागियों को इसमें उत्साह के साथ भाग लेना चाहिये। पढ़ाई के साथ साथ स्वस्थ जीवन के लिये शारिरिक परिश्रम करना बहुत ही जरूरी है। कहा कि बच्चों के मानसिक विकास के लिए खेलों का बहुत अधिक महत्व है इसलिए बच्चों को शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ खेलों को और भी ही ध्यान देना चाहिए। विभिन्न प्रकार के खेलों की क्रियाएं हमारे लिए बहुत प्रकार के सकारात्मक अवसर लाती है।
इसमें बहुत सी समस्याएं भी आती है हालांकि वे इतना अधिक मायने नहीं रखती। खेल गतिविधियों में भाग लेना बच्चों की स्कूली उपलब्धियों को बढ़ाता है। बच्चों के जीवन में खेल बड़ी उपलब्धियों को प्राप्त करने का रास्ता है हालांकि ये उनकी गतिशीलता और उस अनुभव पर अधिक निर्भर होता है जो उनके पास पहले से होता है। किसी भी खेल में रुचि पूरे विश्वभर में पहचान और जीवन भर के लिए उपलब्धी प्रदान कर सकती है। खेल की चुनौतियों का सामना करना हमें जीवन की अन्य चुनौतियों से निपटने के साथ ही इस प्रतियोगी संसार में जीवित रहना भी सिखाता है।
उन्होंने शिक्षकों से बच्चों में खेल की प्रतिस्पर्धा को खूब निखारे की बात कही उन्होंने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दिया। खेल उत्सव के शानदार आयोजन के लिये जिला खेल पदाधिकारी तथा संबंधित शारीरिक शिक्षा शिक्षकों का धन्यवाद व्यक्त किया। उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा, रंजीत कुमार ने बताया कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में चहुमुखी विकास का होना बहुत जरूरी है। चाहे वह खेल, संगीत नृत्य या पेंटिंग ही क्यों ना हो। उन्होंने कहा कि हर आम व्यक्ति को अपने व्यस्त समय में से थोड़ा बहुत समय खेलों आदि में भी लगना चाहिए। एक खिलाड़ी गांव स्तर पर खेलकर राष्ट्रीय स्तर तक की ऊंचाइयों को छू सकता है, जिससे माता-पिता का नाम तो रोशन होता ही है, वहीं अपने क्षेत्र देश व प्रदेश का नाम भी चमकता है।
प्रथम दिवस खेल उत्सव में एथलेटिक्स अंडर 12 में बालक/बालिका 60 मीटर, 300 मीटर दौड़, लॉन्ग जम्प , लेदर ड्यूज बॉल, अंडर 14 बालक/बालिका में 100 मीटर, 800 मीटर दौड़, हाई जम्प बॉल थ्रो, लॉन्ग जम्प, खो खो अंडर 17 बालक/बालिका के बीच शानदार खेल खेला गया। सभी विजेता व उपविजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी तथा मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मनित किया गया। 22 दिसंबर को शेष खेल विधा कबड्डी और फुटबॉल अंडर 17 आयवर्ग बालक/बालिका का आयोजन होगा। जिला स्तर पर चयनित खिलाड़ी जनवरी में आयोजित प्रमंडल स्तर प्रतियोगिता में भाग लेंगे। इस अवसर पर जिला भू अर्जन पदाधिकारी संदीप कुमार, एसडीएम अमिताभ कुमार गुप्ता, उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा रंजीत कुमार, इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी प्रभारी सचिव मिक़्क़ी साहा, शारीरिक शिक्षक अतहर हसन, प्रकाश कुमार, जमील अहमद, शिव कुमार, बंदन कुमार, प्रिया हालदार, तृप्ति चटर्जी, मनीष कुमार, स्वाति भारती, स्नेहा जायसवाल, सोनम कुमारी, फनी भूषण, हमीद अंसारी, इंसार राही विजय कुमार यादव, इकबाल हुसैन, नगेन्द्र कुमार मौजूद थे।