किशनगंज : मुख्य सचिव, बिहार के द्वारा वीसी के माध्यम से सभी डीएम और एसपी के साथ बकरीद को लेकर की गई समीक्षा
ईद-उल-जोहा त्यौहार के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर जिलास्तरीय शांति समिति की बैठक संपन्न, भाईचारे एवं सौहार्द के साथ त्यौहार मनाने का दिया गया निर्देश
किशनगंज, 27 जून (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री एवं पुलिस अधीक्षक डा० इनाम उल हक़ मेंगनू की संयुक्त अध्यक्षता में आगामी ईदुल जोहा/बकरीद त्यौहार के शांतिपूर्ण एवं सौहार्द्र के साथ मनाए जाने के संबंध में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में मंगलवार को आयोजित की गई। डीएम श्रीकांत शास्त्री के द्वारा उपस्थित शांति समिति के सदस्यों को बताया गया कि गुरुवार के दिन 29 तारीख को मुस्लिम समुदाय द्वारा बकरीद पर्व मनाये जाने की सूचना प्राप्त है, जो तीन दिनों तक मनाया जाएगा अर्थात 1 जुलाई तक पर्व मनाए जाने की सूचना है। ऐसी स्थिति में पूरे सतर्कता एवं सजगता के साथ आपसी भाईचारे एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में इस त्यौहार को मनाने के लिए शांति समिति की बैठक रखी गई है, ताकि किसी भी प्रकार के लापरवाही या अक्षमता से साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति न उत्पन्न हो जाए। इस अवसर पर विभिन्न थानों से आए हुए जिला शांति समिति के गणमान्य सदस्यों ने अनुमंडल एवं थानावार अपनी बात प्रशासन के समक्ष रखीं एवं प्रशासन को आश्वस्त किया कि त्योहार को हर्षोल्लास के साथ गंगा-जमुनी तहजीब को ध्यान में रखते हुए मनाया जाएगा। किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक तनाव नहीं होगा और लोग राजी-खुशी से त्यौहार मनाएंगे। शांति समिति के सदस्यों, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने कतिपय सुझाव भी प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत किये, जिस पर अमल करने का आश्वासन जिला दंडाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने दिया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डा० इनाम उल हक़ ने अपनी बात रखते हुए कहा कि युवा वर्ग को आपत्तिजनक मैसेज एवं वीडियो के संबंध में शिक्षित करने की आवश्यकता है, ताकि उनसे भूलवश आपत्तिजनक या दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले मैसेज किसी समूह या व्यक्ति को प्रेषित ना हो जाएं। खासकर कुर्बानी का वीडियो बनाकर लोग शेयर नहीं करें। इससे विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है। कुर्बानी के बाद गोश्त को पूरी तरह से ढंक कर एक जगह से दूसरी जगह ले जाएं रिश्तेदारों एवं मित्रों को वितरित करें। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को इस संबंध में लोगों को जागरूक करने एवं अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभावी गस्ती लगाने का निर्देश दिया। किसी भी छोटी से छोटी घटना पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। नमाज के दौरान सभी मस्जिदों एवं ईदगाहों के पास अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी एवं दंडाधिकारी भ्रमणशील रहकर सारी स्थिति पर नजर रखेंगे। आपसी टकराव की संभावना को समाप्त करना है। त्यौहार के दिन सुबह 5 बजे से ही सभी दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी पुलिस बल के साथ अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर उपस्थित रहेंगे। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिर्देशक (डीजीपी) ने बकरीद पर विधि व्यवस्था को लेकर सभी डीएम और एसपी, एसएसपी के वर्चुअल बैठक कर निर्देश दिए गए है।इस अवसर पर एसडीएम अमिताभ कुमार गुप्ता ने त्यौहार को सौहार्दपूर्ण एवं भाईचारे के साथ संपन्न करने के लिए विशेष रूप से अलर्ट रहने का निर्देश सभी दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को दिया है। उन्होंने कहा कि जिले में सौहार्द्र की स्थिति बनी रहती है, फिर भी हम लोग किसी भी अप्रिय घटना को घटित होने से रोकने के लिए अलर्ट मोड में रहें। सभी संवेदनशील स्थलों पर संयुक्त आदेश द्वारा दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। गौर करे कि सभी नगर निकाय को पर्व के अवसर पर साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखने, विशेषकर मस्जिदों और ईदगाहों के आसपास सफाई अभियान का निर्देश दिया गया है। डीएम ने अपील किया है कि सोशल मीडिया के जमाने में स्मार्टफोन के माध्यम से कुर्बानी के वीडियो और फोटो वायरल ना करें। अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द के साथ पर्व मनाए। डीएम ने कहा कि कुर्बानी को घर में करें और अवशेषों का निष्पादन अच्छी तरह से करें। कुर्बानी के गोश्त का वितरण अच्छे से ढककर करें और दूसरों की भावनाओं को ठेस ना पहुंचे, इसका ध्यान रखें। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विभिन्न अवसरों पर शांति बनाए रखने में थाना स्तर, अनुमंडल स्तर एवं जिला स्तर पर होने वाले शांति समिति की बैठकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। सभी थानों में शांति समिति के सदस्यों की बैठक की जा चुकी है। त्योहार को सौहार्दपूर्ण माहौल में आयोजित करने में इनकी भूमिका अहम होती है। उन्होंने कहा कि पुलिस संगठन की तरफ से सोशल मीडिया की कड़ी मॉनिटरिंग होती है। बिहार सरकार की संप्रदायिक तनाव के मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस की नीति रही है और ऐसा करने वाले लोगों को गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। उन्होंने अपील की कि कुर्बानी की वीडियो और फोटो ना खींचे और ना ही इसे शेयर करें। उक्त बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी अमिताभ कुमार गुप्ता, एसडीपीओ गौतम कुमार, जिला स्तरीय शांति समिति के सदस्य मो० कलीमुद्दीन, मनीष जालान, मिक्की साहा अन्य एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।