जोकीहाट विधायक शाहनवाज आलम ने किया 43 करोड़ की लागत से एक दर्जन सड़कों व पुल-पुलिया का शिलान्यास
तेजस्वी यादव की देन है 125 यूनिट मुफ्त बिजली, सरकार बनी तो महिलाओं को हर माह 2500 रुपये मिलेंगे: विधायक

हमारा लक्ष्य केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि क्षेत्र के हर गांव, हर सड़क तक विकास की रोशनी पहुँचाना है” – शाहनवाज आलम
अररिया,17सितम्बर(के.स.)। अब्दुल कैय्यूम,
जोकीहाट के विधायक एवं पूर्व आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज आलम ने मंगलवार को पलासी प्रखंड में एक दर्जन से अधिक सड़क और पुलिया निर्माण परियोजनाओं का शिलान्यास किया। कुल मिलाकर लगभग 43 करोड़ रुपये की योजनाओं की आधारशिला रखी गई।सोहन्दर हाट हाईस्कूल प्रांगण में आयोजित शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए विधायक शाहनवाज आलम ने कहा कि “जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र में विकास की गाड़ी तेज रफ्तार से दौड़ रही है। आने वाले समय में और भी कई महत्वपूर्ण सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण कराया जाएगा।”
विकास कार्यों का ब्योरा
सड़कों की योजनाएँ:
- हाटगांव से कटरबाड़ी (1.310 किमी) – ₹1.35 करोड़
- तरबी से मरीचगांव (1.280 किमी) – ₹1.10 करोड़
- नकटाखुर्द हाट से नकटाकला (1 किमी) – ₹98 लाख
- सोहन्दर अस्पताल से भदौना (2.500 किमी) – ₹3.13 करोड़
- बुद्धि से गोसाईपुर (1.705 किमी) – ₹2.56 करोड़
- अस्पताल से भदौना मंडल टोला (1.807 किमी) – ₹1.82 करोड़
पुल-पुलिया की योजनाएँ:
- सोहन्दर अस्पताल-भदौना मार्ग – ₹19 करोड़ (3 पुलिया)
- बुद्धि-गोसाईपुर मार्ग – ₹11 करोड़ (2 पुलिया)
राजनीतिक संदेश भी दिया
विधायक शाहनवाज ने कहा कि “राजद की सरकार बनी तो महिलाओं को हर माह ₹2500 की सहायता दी जाएगी।” उन्होंने दावा किया कि “125 यूनिट मुफ्त बिजली देना तेजस्वी यादव की देन है, जिसकी शुरुआत हमने की थी, और अब नीतीश सरकार उसकी नकल कर रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि 17 माह की महागठबंधन सरकार के दौरान अस्पतालों में दवाएं उपलब्ध हुईं, शिक्षकों की नियुक्ति हुई और पेंशन में वृद्धि की गई। वर्तमान सरकार को उन्होंने भ्रष्टाचार और अफसरशाही से ग्रस्त बताया।
समारोह में जुटे जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता
शिलान्यास समारोह की अध्यक्षता राजद प्रखंड अध्यक्ष हेम नारायण यादव ने की और मंच संचालन मो. तहसीन आलम ने किया। मौके पर मुखिया राजू यादव, आदिल रजा, योगेन्द्र मोहन विश्वास, तारिणी यादव, मोह. ताहा, परवेज आलम, समी अब्दुल मन्नान, रफीक आलम, फिरोज आलम, सैफ, मायानंद यादव, मेराज आलम समेत बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता मौजूद थे।