जदयू प्रवक्ता नवल शर्मा ने कहा कि सत्तासंरक्षित अपराध राजद के शासनकाल की खास विशेषता थी । बिहार 2005 में ही उस दौर से बाहर निकल चुका है ।

ऋषिकेश पांडे /आज के दौर में कानून का डंडा सारे अपराधियों पर बराबर चलता है चाहे उनकी जाति या स्टेटस कैसा भी हो । निष्पक्ष न्याय क्या होता है, यह नीतीश कुमार ने लोगों को बताया । इसी का नतीजा है कि आज बिहार में चार्जशीट दायर करने की दर 90 परसेंट से भी ज्यादा है जो देश के अधिकांश राज्यों से काफी अच्छा है । बिहार में एक दौर वह भी था जब दिन के उजाले में माओवादियों की जन अदालत लगती थी और खैनी ठोकते हुए ऊंघते हुए सिपाही, जर्जर थाना भवन, खटारा ठेलको महिंद्रा जीप बिहार पुलिस की पहचान बन गए थे । नीतीश कुमार ने अपने विजन से बिहार में पुलिसिंग को आमूलचूल बदल दिया। आधुनिक थाना भवन, पुलिस के हथियार, डायल सेवा 112 और पुलिस आधुनिकीकरण के नए नए उपायों के चलते आज बिहार पुलिस की गिनती देश के सबसे तेजतर्रार पुलिस में होती है ।