किशनगंज : ओवरलोड वाहनों के परिचालन पर डीएम, एसपी से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं जदयू नेता अहमद हुसैन
परिवहन नियमों की खुलेआम उडा़ई जा रही धज्जियां

किशनगंज,09अगस्त(के.स.)। धर्मेंद्र सिंह/फरीद अहमद, राष्ट्रीय राजमार्ग 327ई, जो किशनगंज के गलगलिया से अररिया तक फैला है, इन दिनों एक खतरनाक कहानी बयां कर रहा है। यह मार्ग अब सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि ओवरलोड और इंट्री माफिया का एक अघोषित साम्राज्य बन चुका है। शाम ढलते ही इस सड़क पर ओवरलोड ट्रकों का तांडव शुरू हो जाता है, जिससे आम लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है।
स्थानीय लोगों और राहगीरों के अनुसार, तेज रफ्तार से दौड़ते ये ओवरलोड ट्रक न सिर्फ यातायात को बाधित करते हैं, बल्कि जानमाल के लिए भी बड़ा खतरा हैं। ट्रकों से टपकते पानी के कारण सड़क पर हमेशा फिसलन बनी रहती है, जिससे छोटे वाहन चालकों को अपनी जान जोखिम में डालकर चलना पड़ता है। कई करोड़ों की लागत से बनी सड़कें इन भारी-भरकम ट्रकों के बोझ तले दबकर बुरी तरह से टूटने लगी हैं।
जिला प्रशासन ने गलगलिया में एक खनन चेक पोस्ट स्थापित कर टीम तो तैनात की है, लेकिन यह कार्रवाई सिर्फ कागजी खानापूरी बनकर रह गई है। कभी-कभार कुछ ट्रकों को पकड़कर जुर्माना वसूला जाता है, मगर यह कदम माफिया के इस विशाल नेटवर्क को रोकने में पूरी तरह विफल रहा है। सूत्रों की मानें तो सैकड़ों ओवरलोड ट्रक हर रोज पश्चिम बंगाल से बिहार की सीमा में बिना किसी वैध जांच या दस्तावेज के बेरोकटोक आवाजाही कर रहे हैं। टोल प्लाजा पर भी इन वाहनों से न चालान काटा जाता है और न ही कोई पूछताछ होती है।
ओवरलोडिंग के कारण सड़कों की स्थिति लगातार बिगड़ रही है, लेकिन इसके बावजूद न तो कोई ठोस कार्रवाई हो रही है और न ही सड़कों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस योजना बनाई जा रही है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतने बड़े पैमाने पर चल रहे इस अवैध कारोबार के पीछे आखिर कौन-से प्रभावशाली लोग या तंत्र शामिल हैं, जिनके संरक्षण में यह धंधा फल-फूल रहा है?
लोगों ने प्रशासन और राज्य सरकार से इस पूरे नेटवर्क की उच्चस्तरीय जांच कराने और इस रूट पर चल रहे ओवरलोडिंग माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है।
यह कहानी सिर्फ एक सड़क की नहीं, बल्कि एक ऐसे सिंडिकेट की है जो कानून और नियमों को ताक पर रखकर अपनी जेब भर रहा है, और जिसकी कीमत आम जनता अपनी सुरक्षा और सरकारी संपत्तियों के नुकसान के रूप में चुका रही है। यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।

इस मामले को लेकर जदयू नेता अहमद हुसैन ने कहा कि वे जब सिलीगुड़ी से ठाकुरगंज आ रहे थे तब पश्चिम बंगाल के चक्करमारी में ओवरलोड वाहनों का जखीरा सड़कों पर देखा और मजबूरन उन्हें रूट बदल कर गलगलिया के रास्ते ठाकुरगंज आना पड़ा।
बिहार के किशनगंज जिले के गलगलिया – अररिया रूट पर हो रहे ओवरलोड के तांडव पर डीएम और एसपी से कार्रवाई की मांग कर रहे है उन्होंने बताया कि ओवरलोड के परिचालन से सरकारी राजस्व को करोड़ों रुपया का क्षति हो रहा है। उन्होंने राजस्व क्षति में संलिप्त पदाधिकारीयों पर भी कार्रवाई की मांग की है। आगे उन्होंने कहा कि ओवरलोड पर कार्रवाई नहीं होने से मौजूदा सरकार का नाम खराब हो रहा है और विपक्ष को मुद्दा मिल रहा है।