जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में गठित जिला-स्तरीय बाढ़ आपदा राहत टास्क फोर्स लगातार सक्रिय है।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद-35-सदस्यीय यह टास्क फोर्स संभावित बाढ़ की स्थिति में विभिन्न विभागों के जिला-स्तरीय कार्यालयों द्वारा की जाने वाली पूर्व तैयारियों की नियमित समीक्षा कर रही है। साथ ही इसके द्वारा बाढ़ आने की दशा में आपदा राहत एवं बचाव के सम्पूर्ण कार्यों का भी अनुश्रवण किया जाएगा। अपर समाहर्त्ता, आपदा प्रबंधन, पटना इस टास्क फोर्स के संयोजक हैं।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि बाढ़, 2023 की पूर्व तैयारियों के साथ ही बाढ़ के समय प्रभावित जन-समूहों/समुदायों का निरापद निष्क्रमण; लापता व्यक्तियों की खोज, बचाव एवं राहत कार्यों का सफल संचालन सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य से आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत जिला-स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है जो 24×7 क्रियाशील है। बाढ़ आने की स्थिति में आपदा का मुकाबला हमलोग सक्षमता एवं प्रभावी ढ़ंग से करेंगे। आम जनता को कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी। बाढ़ आपदा का सामना सुव्यवस्थित ढ़ंग करने हेतु बाढ़ पूर्व सभी तैयारियां कर ली गयी है। यदि बाढ़ आती है तो उस स्थिति में त्वरित रिस्पॉन्स एवं राहत पहुँचाया जाएगा। संकटग्रस्त परिवारों को मुफ्त खाद्यान्न, क्षतिपूर्ति अनुदान, अनुग्रह अनुदान आदि उपलब्ध कराने में सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र मुस्तैद रहेगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि बाढ़ आपदा प्रबंधन में लगभग 23 विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका है। स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा, पशुपालन, ग्रामीण विकास, नगर विकास, आपूर्ति, योजना एवं विकास, राजस्व, लोक स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, जल संसाधन, विद्युत, वन प्रमंडल, आईसीडीएस, बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल, पथ निर्माण, सूचना एवं जन-सम्पर्क, पुलिस, ग्रामीण कार्य विभाग, विधि-व्यवस्था, लघु सिंचाई सहित जिला प्रशासन के इन सभी विभागों के जिला-स्तरीय पदाधिकारी एवं सभी साझेदार (स्टेकहोल्डर्स) आपस में समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्य करेंगे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए बाढ़ पूर्व तैयारियों, बाढ़ के दौरान राहत तथा बाढ़ के पश्चात की जाने वाली कार्रवाईयों के लिए टास्क फोर्स सजग एवं तत्पर है। आपदा जोखिम न्यूनीकरण सिद्धांतों को समाहित कर बाढ़ का सामना किया जाएगा।
गौरतलब है कि पूर्व में ही जिला-स्तरीय बाढ़ आपदा राहत टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसकी संरचना निम्नवत हैः-
1. जिला पदाधिकारी, पटना- अध्यक्ष
2. नगर आयुक्त, पटना नगर निगम, पटना-सदस्य
3. वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना-सदस्य
4. उप विकास आयुक्त, पटना-सदस्य
5. अपर जिला दण्डाधिकारी, विधि-व्यवस्था, पटना-सदस्य
6. अपर जिला दण्डाधिकारी, आपूर्ति, पटना-सदस्य
7. अपर समाहर्त्ता, राजस्व, पटना-सदस्य
8. विशिष्ट पदाधिकारी, अनुभाजन, पटना-सदस्य
9. अपर समाहर्त्ता, आपदा प्रबंधन, पटना-संयोजक
10. असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, पटना-सदस्य
11. अधीक्षण अभियंता, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण अंचल, पटना-सदस्य
12. अधीक्षण अभियंता, यांत्रिक, मीठापुर, पटना-सदस्य
13. महाप्रबंधक, पेसू-सदस्य
14. वन प्रमण्डल पदाधिकारी, पटना-सदस्य
15. जिला कृषि पदाधिकारी, पटना-सदस्य
16. जिला पशुपालन पदाधिकारी, पटना-सदस्य
17. जिला प्रबंधक, बिहार राज्य खाद्य निगम, पटना-सदस्य
18. जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, पटना-सदस्य
19. जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस, पटना-सदस्य
20. जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना-सदस्य
21. जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी, पटना-सदस्य
22. कार्यपालक अभियन्ता, विद्युत कार्य प्रमण्डल पटना-1 एवं 2-सदस्य
23. कार्यपालक अभियन्ता, (यांत्रिक) प्रमण्डल, दीघा, पटना-सदस्य
24. कार्यपालक अभियन्ता, गंगा सोन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल, दीघा-सदस्य
25. कार्यपालक अभियन्ता, सोन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल खगौल, पटना-सदस्य
26. कार्यपालक अभियन्ता, पुनपुन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल अनिसाबाद, पटना-सदस्य
27. कार्यपालक अभियन्ता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, बख्तियापुर-सदस्य
28. कार्यपालक अभियन्ता, पुनपुन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल, पटना सिटी-सदस्य
29. कार्यपालक अभियन्ता, पथ प्रमंडल, पटना पूर्वी-सदस्य
30. कार्यपालक अभियन्ता, पथ प्रमंडल, पटना पश्चिमी-सदस्य
31. कार्यपालक अभियन्ता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पूर्वी-सदस्य
32. कार्यपालक अभियन्ता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पश्चिमी-सदस्य
33. कार्यपालक अभियन्ता, लघु सिंचाई विभाग, पटना-सदस्य
34. कार्यपालक अभियन्ता, ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल संख्या 1-सदस्य
35. कार्यपालक अभियन्ता, ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल संख्या 2-सदस्य
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि बाढ़ की संभावना के मद्देनजर स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा सम्पूर्ण पूर्व तैयारी सुनिश्चित की गयी है। सभी विभागों के जिला-स्तरीय पदाधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
डीपीआरओ, पटना।