अपनी प्रतिभा से पहचान बनाने वाली शिक्षिका शलिनी कुमारी।

योगा दिवस से लेकर बाढ़ पीड़ित तक की सराहनीय कार्य मैं इन्होंने अपनी दिलचस्पी दिखाई और अपने क्षेत्र की लोगों के बीच छा गए योगा दिवस पर भी शिक्षक अवार्ड से इन्हें सम्मानित किया गया।वही बतादें कि अपने क्षेत्र में शिक्षिका शालिनी कुमारी ने लोकप्रियता की बहुत सारी मिसाले कायम की हैं।
भागलपुर/निलेश कुमार, नाथनगर मिडिल स्कूल शंकरपुर चौवानिया के प्रधानाध्यापिका श्रीमती शालिनी कुमारी ने अपने ही नहीं अपने स्कूल से लेकर अपने पूरे क्षेत्र में शिक्षकों के लिए जिंदादिल मिसाल बन चुकी हैं।शिक्षिका शालिनी कुमारी ने स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर अपने स्कूल में झंडोत्तोलन किया झंडोत्तोलन के समय सभी स्कूल के शिक्षक गण उपस्थित थे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क लगाए शिक्षक शशिकांत जी, पंकज मनी जी नूपुर जी, राजेश कुमार इंद्रदेव जी और एभीएम पप्पू मंडल मौजूद रहे।वही शिक्षिका शालिनी कुमारी ने स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर कही मैं अपने स्कूल के बच्चों की शिक्षा के प्रति समर्पित हूँ।आज हमारे स्कूल में लॉकडाउन के कारण बच्चे नहीं आ सके लेकिन उस बच्चों के लिए मेरी संवेदनाएं हैं जो 74वां स्वतंत्रता दिवस के रूप में उन बच्चों के तरफ से भी मैंने स्कूल में जो एक कार्यक्रम स्वतंत्र दिवस के अवसर पर होता है मैंने उसे पूरा की है।जबकि हमारा विद्यालय सुदूर दियारा में है बुद्धनाथ के उस पार जो कि अभी नाव से आना जाना होता है और समय पर स्कूल जाते हुए मैं स्कूल को अपने क्षेत्र में एक मुकाम तक पहुंचाई हूं।उन्होंने कहा कि करोना जैसे वैश्विक महामारी से लड़ते हुए हम लोगों ने लॉक डाउन का पालन किया है।उन्होंने अपने संवाद के माध्यम से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने स्कूल के बच्चों एवं बच्चों के माता-पिता सहित अपने क्षेत्र की जनता को यह संदेश दिया के करोना जैसी वैश्विक महामारी में घर में रहें, सेफ रहें, बच्चों पर ध्यान दें, जो स्कूल की तरफ से अभी पढ़ाई की सिस्टम है अपने देखरेख में बच्चों से करवाएं, और उन्होंने संवेदना व्यक्त की उन बच्चों के लिए जो स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उपलब्ध नहीं थे क्रोना वैश्विक महामारी के कारण।अपने क्षेत्र और स्कूल के लिए समर्पित शालिनी कुमारी को ढेर सारी मुख्यमंत्री अवार्ड से लेकर शिक्षा विभाग की एवार्डों से सुशोभित किया गया है।शिक्षा के क्षेत्र में अपनी पहचान बनी शालिनी कुमारी ने शिक्षक समूह को अपनी नई ऊर्जा से एक नया संदेश दिया है।एक महिला शिक्षिका होने के नाते जो अपने स्कूल के लिए कर दिखाएं वह काबिले तारीफ है।स्कूल के बच्चे और अपने क्षेत्र के लिए लोकप्रियता की ताज पहन शिक्षिका शालिनी कुमारी ने भागलपुर ही नहीं बिहार के पूरे शिक्षक समुदाय के लिए एक मिसाल बनी हुई है अपनी कम उम्र की उपलब्धि के साथ।