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बिहार राज्य में वृहद Infrastructure Project के लिए HAM Model के अंतर्गत निविदा एवं कार्य योजना के लिए बिहार सरकार के द्वारा पहल की जा रही है।

ऋषिकेश पांडे/ इस संबंध में माननीय पथ निर्माण मंत्री श्री नितिन नवीन के द्वारा विधान सभा में बिहार राज्य में सड़क पुल एवं एक्सप्रेस हाईवेज के निर्माण के लिए HAM पद्धति को अपनाने की घोषणा की गई थी।

श्री नितिन नवीन ने HAM आधारित परियोजनाओं के बारे में भ्।ड के संबंध में बताया कि इस उवकमस में निर्माण की अवधि 4 वर्ष की होती है तथा निर्माण के बाद अगले 15 वर्ष तक इसका रख-रखाव का कार्य संवेदक के द्वारा किया जाता है। 4 वर्ष के निर्माण अवधि में सरकार के द्वारा कुल परियोजना लागत का मात्र 40% भुगतान ही संवेदक को किया जाने का प्रावधान है तथा शेष 60% की राशि संवेदक के द्वारा निर्माण कार्य में लगायी जाएगी। इस model के अंतर्गत संवेदक के द्वारा निर्माण के लिए निवेश किया जाएगा तथा 15 वर्षों तक निर्मित संरचना का रख-रखाव किया जाएगा। इस model से सरकार द्वारा परियोजनाओं की बजट पर बोझ कम होगा तथा इस बचत से कई अन्य प्रस्तावित संरचनाओं पर बची हुई राशि से कार्य शुरू किया जा सकेगा।

श्री नवीन ने बताया कि इस पद्धति से कई प्रस्तावित परियोजनाओं पर व्यय की जाने वाली राशि के घटने से बजटीय प्रावधान में कई अन्य परियोजनाओं को शामिल किया जा सकेगा। यह एक प्र्रकार का Public Private Partnership model है जहाँ पर संवेदक एवं सरकार के द्वारा परियोजनाओं के लागत पर खर्च किया जाता है।

इस मॉडल के तहत शेष 60% राशि का भुगतान अगले 15 वर्षों तक सरकार के द्वारा संवेदक को ब्याज सहित भुगतान किया जाएगा। Operation और Maintenance संवेदक द्वारा किया जाएगा जिसके लिए सरकार अलग से राशि उपलब्ध कराएगी। इस मॉडल के अंतर्गत जो संवेदक तकनीकी रूप से जिनकी निविदा सफल घोषित की जाएगी तथा तकनीकी रूप से सफल निविदादाता को निम्नतम प्रोजेक्ट कॉस्ट के आधार पर संवदिा दी जाएगी।

पथ निर्माण मंत्री श्री नितिन नवीन ने बताया कि बिहार राज्य में सड़कों के 2047 विकसित बिहार के लक्ष्य के अनुरूप हाईब्रिड एनवीटि मॉडल पर भारत सरकार की तर्ज पर अंतराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप सड़कों का निर्माण कराये जाने के दिशा में पहला कदम जे.पी.गंगा पथ में दीघा से कोईलवर तक गंगा नदी के किनारे At-grade/Elevated सड़क को HAM मॉडल के तहत Contract Award करने की दिशा में कदम उठाया गया है। इस परियोजना की विशेषता यह है कि इसकी लम्बाई कुल 35-65 कि0मी0 होगी, जिसमें 18 कि0मी0 एलिवेटेड रोड होगा तथा शेष 17.65 कि0मी0 एटग्रेड रोड होगा। यह 4-लेन का रोड होगा तथा इसे दानापुर एवं शाहपुर से जोड़ा जाएगा। पश्चिम में यह जे.पी. गंगा सेतु के पास दीघा में जुटेगा तथा पश्चिम में यह कोईलवर के पास सोन नदी पर बने पुल से जुट जाएगा जिससे आरा से पटना तक की यात्रा सुगम हो जाएगाी। इस परियोजना की कुल लागत 5500 करोड़ रुपये होगी।

HAM मॉडल के तहत संवेदकों के रूझान काफी देखा जा रहा है तथा बिहार राज्य इस मॉडल को जल्द ही अपने प्रस्तावित परियोजनाओं में लागू करने जा रही है। उन्होंने बताया कि कई प्रस्तावित Expressway बिहार के प्रमुख नदियों पर पुल एवं सड़कों का निर्माण में इस मॉडल को लागू किया जाएगा।

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