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अक्षम सरकार ढूंढ रही है सक्षम शिक्षक: राजेश राठौड़

शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा के प्रश्न पत्रों में गड़बड़ी पर दोषी कौन?: राजेश राठौड़

सक्षमता परीक्षा के प्रश्न पत्रों में गड़बड़ी से बढ़ा सूबे पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ: राजेश राठौड़

संजय कुमार सिनहा-स्थानीय निकाय शिक्षकों के दूसरे चरण की सक्षमता परीक्षा में सात विषयों के प्रश्न पत्रों में विसंगति होने के कारण दुबारा 13 नवम्बर को 85 हजार शिक्षकों की परीक्षा कराएं जाने के सरकारी आदेश पर बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि बिहार सरकार प्रत्येक मोर्चे पर विफल साबित हो रही है और इसका ताजा उदाहरण अब शिक्षक सक्षमता परीक्षा के प्रश्न पत्र हैं। उन्होंने कहा कि जब आप राज्य के संसाधनों का पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं तो फिर कैसे गड़बड़ी हो जा रही है? ये सवाल सरकार से लाजिमी है कि प्रश्न पत्रों के सेटिंग के वक्त आपने जिन एजेंसियों को पैसा दिया है क्या वो एजेंसियां अपनी इस विसंगति के लिए आर्थिक बोझ वहन कर रही हैं या राज्य की जनता की टैक्स के गाढ़ी कमाई को राज्य सरकार ऐसी एजेंसियों को देने के लिए इस तरीके की हरकत कर रही है?

बिहार कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि नौवीं सातवीं के पांच विषय और ग्यारहवीं बारहवीं के दो विषयों के प्रश्न पत्रों में गड़बड़ी के कारण परीक्षा रद्द की गई है जिसके कारण अन्य विषयों के भी सक्षमता परिणाम में विलंब होगी। साथ ही फिर से सेंटर निर्धारित होंगे और प्रवेश पत्र जारी करने और संसाधनों के इस्तेमाल से राज्य के आर्थिक कोष पर बोझ बढ़ेगा तो क्या राज्य सरकार अपनी इस खामी के लिए राज्य की जनता से माफी मांगेगी? ये बताने के लिए काफी है कि राज्य सरकार के द्वारा ऐसी स्थिति बार बार पैदा करके राज्य की जनता के टैक्स के पैसों को बर्बाद किया जा रहा है और आर्थिक रूप से राज्य को कमजोर करने का प्रयास चल रहा है। प्रश्न पत्रों में विसंगति करने वाले एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड किया जाएं।

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