बेहतर शासन व्यवस्था के लिए समागम–2025: जिला व प्रखंड अधिकारियों की दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ

किशनगंज,29दिसंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, बेहतर शासन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से समागम–2025 कार्यक्रम के तहत जिले के सभी जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के लिए दो दिवसीय क्षमतावर्द्धन कार्यशाला का उद्घाटन सोमवार को किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ जिलाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में अर्राबाड़ी स्थित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज के ऑडिटोरियम हॉल में हुआ। यह कार्यशाला 29 से 30 दिसंबर 2025 तक आयोजित की जा रही है।
कार्यशाला की शुरुआत महानंदा सभाकक्ष में आयोजित प्रथम सत्र से हुई, जहां जिलाधिकारी विशाल राज ने गुड गवर्नेंस पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए प्रशासनिक पारदर्शिता, जवाबदेही एवं नागरिक-केंद्रित शासन व्यवस्था के महत्व को रेखांकित किया।
इसके पश्चात डॉ. चंद्रहास, डीन, COVAS द्वारा स्ट्रेस मैनेजमेंट विषय पर सत्र लिया गया, जिसमें कार्यदबाव के दौरान तनाव नियंत्रण एवं स्वस्थ कार्यशैली पर उपयोगी सुझाव दिए गए। डॉ. बिनोद कुमार ने टाइम मैनेजमेंट पर प्रस्तुति देते हुए समय के प्रभावी उपयोग एवं कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण करने के व्यावहारिक पहलुओं पर चर्चा की। वहीं डॉ. शिव वरण सिंह ने सैनिटेशन मैनेजमेंट पर विस्तृत जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने साइबर सिक्योरिटी विषय पर अधिकारियों को जागरूक करते हुए ऑनलाइन ठगी, फर्जी कॉल, लिंक व ओटीपी के माध्यम से होने वाले साइबर अपराधों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने अनजान कॉल या संदेश पर प्रतिक्रिया न देने, व्यक्तिगत व बैंकिंग जानकारी साझा न करने तथा किसी भी संदिग्ध गतिविधि की स्थिति में साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी।
कार्यशाला के अंतिम चरण में देर शाम ऑडिटोरियम हॉल में लाइट सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिससे सहभागियों के बीच सकारात्मक वातावरण एवं आपसी समन्वय को बढ़ावा मिला।
इस दो दिवसीय आवासीय कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक, अपर समाहर्ता, जिला परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारी सहित आपदा प्रबंधन, लोक शिकायत निवारण, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, सहकारिता, आपूर्ति, सामाजिक सुरक्षा, योजना, मत्स्य, पशुपालन, नगर परिषद, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, विद्युत आपूर्ति, खनन समेत सभी प्रमुख विभागों के जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी भाग ले रहे हैं।
जिला प्रशासन का मानना है कि इस कार्यशाला से प्रशासनिक दक्षता में वृद्धि होगी, अधिकारियों के बीच समन्वय मजबूत होगा तथा आम नागरिकों को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आएगा। यह पहल जिले में बेहतर शासन व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी।


