गया जिला के सदर प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कुजाप में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज – 2 के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट कचरा प्रबंधन का शुभारंभ *माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग बिहार सरकार श्री श्रवण कुमार जी* द्वारा किया गया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद-। जिसके तहत कुल 2715 हाउसहोल्ड में हर घर से कचरा उठाने हेतु प्रत्येक घर में दो दो डस्टबिन ( 2715 हरा डस्टबिन एवम् 2715 नीला डस्टबिन) का वितरण किया गया। जिसमें से हरा डस्टबिन में गीला कचरा एवं नीला डस्टबिन में सूखा कचरा का संग्रह किया जाएगा। स्वच्छताग्राही द्वारा हर घर जाकर कचरा लिया जाएगा और संग्रह किए गए गीला कचरा से खाद सामग्री तैयार किया जाएगा एवं सूखा कचरा को प्रोसेसिंग कर अनेक प्रकार के छोटे-छोटे सामान का निर्माण किया जाएगा। कचरा संग्रहण का कार्य पंचायत में ई-रिक्शा एवं ठेला से किया जाएगा। इस कार्य के लिए 33 स्वच्छताग्राही, एक पर्यवेक्षक एवं एक चालक को नियोजित किया गया। इस प्रकार सरकार के इस कार्यक्रम से इसमें शामिल कर्मचारियों को रोजगार भी मुहैया होगा।
माननीय मंत्री श्री श्रवण कुमार ने बताया कि *माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी* द्वारा हर गांव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए यह पहल की गई है। जिसमें ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत मुख्यतः घरेलू स्तर पर अपशिष्ट को अलग अलग किया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2021- 22 में 1हजार 671 ग्राम पंचायतों एवं वर्ष 2022 – 23 में 2 हजार 593 ग्राम पंचायतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का क्रियान्वयन किया जा रहा है। राज्य के सभी प्रखंडों के 29 हजार 693 वार्डों में घर-घर से ठोस अपशिष्ट का संग्रहण एवं उसका निष्पादन किया जा रहा है।
*माननीय मंत्री श्री श्रवण कुमार* ने आगे बताया कि ठोस अपशिष्ट के समुचित निष्पादन हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई के प्रावधान के तहत 672 ग्राम पंचायतों में अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का निर्माण किया गया है। लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान – द्वितीय चरण के तहत तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु 68 हजार 146 सामुदायिक शॉकपिट, 32 हजार 830 जंक्शन चेंबर, 7 हजार 676 नाली निकासी बिंदु का निर्माण किया गया है। आगे मा. मंत्री ने कहा कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान – द्वितीय चरण के तहत प्लास्टिक अपशिष्ट के समुचित निपटाव हेतु प्रत्येक प्रखंड में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रसंस्करण केंद्र बनाए जाने का प्रावधान है। वित्तीय वर्ष 2022 – 23 में 16 प्लास्टिक अपशिष्ट प्रसंस्करण केंद्र का निर्माण किया गया है एवं 26 प्लास्टिक अपशिष्ट प्रसंस्करण केंद्र का निर्माण प्रक्रियाधीन है।
अपना राज्य इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। जीविका योजना से जुड़ी दीदीयां ठोस अपशिष्ट को उत्पाद में रूपांतरित कर रही हैं एवम् प्लास्टिक कचरा से सजावटी सामान बना रही हैं तथा इसे बेचकर आत्मनिर्भर भी हो रही हैं। जिससे जहां एक ओर कचरे को प्रसंस्कृत कर उसका निपटाव किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर महिलाओं को अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में सहायता मिल रही है।
इसी क्रम में माननीय मंत्री श्री श्रवण कुमार ने बताया कि दिनांक 4 मार्च 2023 को विज्ञान भवन नई दिल्ली में देश के महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के सकरा प्रखंड निवासी श्रीमती बबीता गुप्ता को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रसंस्करण द्वारा प्लास्टिक की सामग्री बनाने में उल्लेखनीय कार्य के लिए *स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023* से सम्मानित किया गया। पूरे देश भर के पैमाने पर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बिहार को यह सम्मान महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के हाथों पाने का बिहार की बेटी को गौरव प्राप्त हुआ। यह *माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी* की सोच का परिणाम है, कि बिहार की बेटी राष्ट्रीय स्तर पर महामहिम जी द्वारा सम्मानित हो रही हैं।
इस अवसर पर कुजाप पंचायत के मुखिया श्री चंद्रभूषण कुशवाहा, उप मुखिया श्री पंकज कुमार, पैक्स अध्यक्ष श्री कामता प्रसाद, मानपुर प्रखंड अध्यक्ष श्री राहुल सिंह, सदर प्रखंड अध्यक्ष श्री सतीश पटेल, ग्राम पंचायत धुठिया के मुखिया श्री आदित्य राय, श्री अमर राय श्री अनिल सिंह जदयू नेता एवम् अन्य कई लोग उपस्थित थे।