पिछले 10 वर्षों में हमने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बदलने के लिए व्यापक सुधारों की शुरुआत की है: प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी।..
पटना डेस्क/वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2024 में कई देशों की भागीदारी यह दर्शाती है कि यह वैश्विक खाद्य उद्योग के सबसे प्रतिभाशाली लोगों के लिए एक जीवंत मंच है: प्रधानमंत्री
वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल ने वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में निवेश को बढ़ावा देने और व्यापार करने में आसानी को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए सीईओ राउंडटेबल की अध्यक्षता की।वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 के तीसरे संस्करण का उद्घाटन आज उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री चिराग पासवान और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री श्री रवनीत सिंह बिट्टू ने किया।
कार्यक्रम में 50 से अधिक MoFPI-समर्थित खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का उद्घाटन, पीएमएफएमई के 25,000 लाभार्थियों को क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी का वितरण और 70,000 एसएचजी सदस्यों को बीज पूंजी की मंजूरी दी गई।कार्यक्रम में स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2024 के लिए दिए अपने संदेश में आयोजन के बारे में प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने दुनिया भर से आए सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं।प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2024 में कई देशों की भागीदारी यह दर्शाती है कि यह वैश्विक खाद्य उद्योग, अकादमिक और अनुसंधान के सबसे प्रतिभाशाली लोगों के लिए एक जीवंत मंच है, जहाँ वे एक-दूसरे के अनुभवों से सीख सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का खाद्य तंत्र किसानों पर आधारित है। किसानों ने पोषण और स्वाद से भरपूर परंपराओं का निर्माण किया है। हम उनकी कड़ी मेहनत को नवोन्मेषी नीतियों और योजनाओं के माध्यम से समर्थन दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आधुनिक युग में, प्रगतिशील कृषि प्रथाओं, मजबूत प्रशासनिक ढांचों और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के माध्यम से हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि भारत खाद्य क्षेत्र में नवाचार, स्थिरता और सुरक्षा के लिए वैश्विक मानदंड स्थापित करे। पिछले 10 वर्षों में हमने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बदलने के लिए व्यापक सुधार किए हैं। उन्होंने कहा कि 100% एफडीआई, प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना, सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों का औपचारिकरण और उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन जैसे बहुआयामी प्रयासों के माध्यम से हम आधुनिक बुनियादी ढांचे, मजबूत आपूर्ति श्रृंखलाओं और रोजगार सृजन का एक मजबूत तंत्र बना रहे हैं।
श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे विजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा छोटे उद्यमों को सशक्त बनाना है। हम चाहते हैं कि हमारे एमएसएमई वैश्विक मूल्य श्रृंखला का एक अभिन्न हिस्सा बनें और साथ ही हम महिलाओं को सूक्ष्म उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय वर्ल्ड फ़ूड इंडिया हमारे लिए व्यापार से व्यापार इंटरेक्शन, प्रदर्शनी, रिवर्स बायर-सेलर मीट्स (RBSM) और देश, राज्य और क्षेत्र-विशिष्ट सत्रों के माध्यम से दुनिया के साथ काम करने के लिए एक आदर्श मंच है।
इसके अतिरिक्त, फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) द्वारा आयोजित ग्लोबल फूड रेगुलेटर्स समिट (GFRS) वैश्विक नियामकों को एक मंच पर लाएगा। इनमें डब्ल्यूएचओ, एफएओ और कई प्रतिष्ठित घरेलू संस्थान शामिल होंगे जो खाद्य सुरक्षा, गुणवत्ता मानकों और सर्वोत्तम प्रथाओं जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे यकीन है कि खाद्य सुरक्षा बढ़ाने और खाद्य अपव्यय को कम करने के लिए खाद्य विकिरण, पोषण और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए पौधे आधारित प्रोटीन और सर्कुलर अर्थव्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण विषयों को प्रदर्शित किया जाएगा। आइए हम आगे बढ़ें और एक टिकाऊ, सुरक्षित, समावेशी और पोषणयुक्त दुनिया के निर्माण का सपना साकार करें।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री चिराग पासवान की सह-अध्यक्षता में आज एक उच्च स्तरीय सीईओ राउंडटेबल का आयोजन किया गया। इसमें निवेश को बढ़ावा देने और व्यापार करने में आसानी को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया और इसमें 100 से अधिक सीएक्सओ (CXO) शामिल हुए।
राउंडटेबल में खाद्य प्रसंस्करण और रेलवे राज्य मंत्री श्री रवनीत सिंह बिट्टू, आंध्र प्रदेश के उद्योग और वाणिज्य मंत्री श्री टी.जी. भरत और गुजरात के कृषि मंत्री श्री राघवजी पटेल और विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति भी दर्ज की गई।
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री चिराग पासवान और खाद्य प्रसंस्करण और रेलवे राज्य मंत्री श्री रवनीत सिंह बिट्टू ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में मेगा फूड कार्यक्रम ‘वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2024’ के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया। उन्होंने प्रदर्शनी क्षेत्रों का भी दौरा किया। यह कार्यक्रम 19 से 22 सितंबर 2024 तक चलेगा।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए श्री प्रल्हाद जोशी ने वैश्विक गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और नवाचार की दिशा में भारत की उल्लेखनीय यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने घरेलू और वैश्विक उपभोक्ताओं के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों को सुरक्षित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
श्री चिराग पासवान ने कहा कि वर्ल्ड फ़ूड इंडिया का तीसरा संस्करण, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में भारत के नेतृत्व में इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम वैश्विक साझेदारों, उद्योग के नेताओं, नीति निर्माताओं और नवोन्मेषकों को एक साथ लाकर भारत के आर्थिक लचीलापन और विकास को दर्शाता है।
श्री रवनीत सिंह बिट्टू ने अपने संबोधन में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में भारत के वैश्विक नेता के रूप में उभरने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार टिकाऊपन, खाद्य अपव्यय को कम करने और पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।