किशनगंज : सीमा सुरक्षा बल में स्थापना दिवस की रही धूम, सांस्कृतिक कार्यक्रम में झूमें लोग।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, 72वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल का 58वाँ स्थापना दिवस, पांजीपारा के परांगण में बड़े धूमधाम और हर्षोउल्लास के साथ गरिमापूर्ण तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर समारोह के बीच विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये जिसमें वाहिनी के अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, महिला कार्मिक और जवान अनुशासन के साथ उमंग में सरोवार दिखे। शनिवार को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में वाहिनी के हर कार्मिक और उनके परिवार ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर समा बाँधा। इस आयोजन का शुभारंभ श्रीमती मीनू अग्रवाल, बावा अध्यक्ष, सीमा सुरक्षा बल क्षेत्रीय मुख्यालय किशनगंज के द्वारा सी०डी० अग्रवाल, उपमहानिरीक्षक क्षेत्रीय मुख्यालय किशनगंज की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित किया गया। मौके पर वाहिनी के स्वर्णिम इतिहास और पिछले 57 वर्षों के कार्यकाल के बारे में उपस्थित लोगों को रूबरू कराया गया। बहादुर बहत्तर के शानदार उपलब्धियों एवं वाहिनी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि वाहिनी की स्थापना 1 अप्रैल 1966 को आर०के० त्रिवेदी, आईपीएस समादेष्टा के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में हुई थी। वाहिनी ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में सक्रिय रूप से अपना योगदान दिया, जिसके फलस्वरूप वाहिनी के कार्मिकों को 02 विशिष्ट सेवा मेडल, 03 सेना मेडल और कई प्रशंसा पत्र प्रदान किये गये। वाहिनी ने अपना योगदान भारत-पाकिस्तान सीमा, भारत-बांग्लादेश सीमा के अलावा नक्सलवाद को खत्म करने में भी दिया है। वर्तमान में वाहिनी सितम्बर 2021 से भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा में तैनात है और शैलेश कुमार सिन्हा, समादेष्टा के नेतृत्व में जिम्मेवारी के इलाके में शांति और सुरक्षा कायम करने में काफी सफल तरीके से अपना योगदान दे रही है।इस समारोह में अजीत कुमार, समादेष्टा 17वीं वाहिनी, श्रीमती और आर० जवाहर हंसदा, समादेष्टा 175वीं वाहिनी, संदीप कुमार खत्री, समादेष्टा 152वीं वाहिनी, ईमामचन्द्र खेमराज वाल्दे, समादेष्टा क्षेत्रीय मुख्यालय किशनगंज, गुरीन्दर बीर सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी, एडहोक समादेष्टा, सीमा सुरक्षा बल, काईखो अतिखो, द्वितीय कमान अधिकारी 12वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ने समारोह में हिस्सा लेकर वाहिनी के कार्मिकों और उनके परिवारों की हौंसला अफजाई की।