ठाकुरगंज : अवैध खनन में रसूखदार का हाथ, तभी तो नहीं हो रही कार्रवाई।

पौआखाली थानाक्षेत्र में एक चौकीदार खुलेआम खनन कर नियम की धज्जियां उड़ाए हुए है। रोज सात आठ ट्रेक्टर लेकर सरकारी खजाने पर डाका डालने पहुँच जाता है। और सम्बंधित थाने को सूचना देने पर कोई कार्रवाई नही करते है। इस संबंध में वरीय अधिकारी संज्ञान ले। क्योंकि थाने को सूचना देने पर कार्रवाई नही किया जाता है।
- जब थाने को इसकी सूचना दी जाती है तो कार्रवाई क्यों नही किया जाता यह अपने आप मे सवाल है और उच्च स्तरीय जांच का विषय।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत पौआखाली थाना क्षेत्र के सिमलबाड़ी बूढ़ी कनकई नदी से प्रतिदिन अहले सुबह अवैध खनन का सिलसिला जारी रहता है और यह सिलसिला दिनभर बेरोकटोक चलता रहता है। ऐसा माना जाए कि क्षेत्र में खनन माफियाओं ने कब्जा कर रखा है और कोई भी बोलने वाला नहीं है। यहां तक के दिन के उजाले में करीब आधे दर्जन भर ट्रैक्टर खनन में शामिल रहते हैं लेकिन प्रशासन इसको लेकर उदासीनता दिखाते हुए नजर आ रही है।
रसूखदार होने के कारण स्थानीय खनन माफिया नियम की धज्जियां उड़ाते हुए कानून को ताक पर रखकर अवैध खनन कर रहे हैं। गौरतलब हो कि हर वर्ष बरसात के मौसम में उक्त गांव कटाव की चपेट में रहता है इसके बावजूद भी अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसी बात नहीं है कि स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना नहीं है सूचना होते हुए भी स्थानीय प्रशासन कार्रवाई के प्रति उदासीन है। प्रतिदिन अवैध खनन से सरकार के राजस्व में लाखों रुपए की क्षति होती है।
यह कहना उचित होगा कि प्रतिदिन सरकारी राजस्व पर रसूखदार डाका डाल रहे हैं और कुछ लोग सिर्फ तमाशा देख रहे हैं। अब बरसात नजदीक आ रहा है और जैसे ही नदी कटाव शुरू होगा तो कुछ जनप्रतिनिधि बांस लेकर नदी किनारे खड़े होकर बंबू पाइलिंग करते हुए अपना फोटो खिंचवा कर वाहवाही लुटवाएँगे लेकिन इस वक्त हो रहे अवैध खनन मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। यह रसूखदार इतने तेज है कि जहां से बालू का रॉयल्टी दिया जाता है वहां से यह लोग बालू खनन नहीं करते हैं और अवैध जगह से अवैध तरीके से बालू खनन कर बिना रॉयल्टी के ही ले जाते हैं। जिसके कारण सरकार के राजस्व में प्रतिदिन लाखों रुपए की क्षति होती है। यह गोरखधंधा दिन के उजाले में किया जाता है लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं है और जिम्मेदार लोग भी बेखबर हैं। यह कहना उचित होगा कि सरकार के टैक्स की सीधे तरीके से चोरी की जा रही है। विभाग द्वारा ऐसे लोगों पर कार्रवाई की आवश्यकता है जिससे कि सरकारी राजस्व में हो रहे क्षति को रोका जा सके।