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महागठबंधन सरकार आ रही है, तो टेंशन मे सरकार ने पेंशन बढ़ाया है: तेजस्वी प्रसाद यादव

सोनू यादव/नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी ने आज 1 पोलो रोड स्थित अपने आवास में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमने 16 दिसम्बर 2024 को ही वादा किया था और हमारा संकल्प भी है कि हमारी सरकार बनने पर सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 400 रूपया से बढ़ाकर 1500 रूपया किया जायेगा। जिसमें वृद्धावस्था पेंशन, विधवा और दिव्यांगता पेंशन की राशि 1500 रूपया होगी।
इन्होंने ने कहा कि तेजस्वी आगे-आगे हैं, और राज्य सरकार पीछे-पीछे हैं। बिहार में नकलची सरकार चल रही है इनके पास ना कोई सोच है और ना ही विजन है। सरकार की ओर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 400 रुपए से बढ़ाकर 1100 रूपए किये जाने की घोषणा से ये स्पष्ट हो गया की सरकार तेजस्वी के पीछे चल रही है। हमने पहले ही घोषणा के समय कहा था कि जो हम काम करेंगे उसके पीछे नकल में सरकार केे लोग लग जायेंगे। इनका अपना कुछ भी नहीं है। 20 वर्षो में नीतीश की सरकार ने देशभर मे सबसे कम 400 रू सामाजिक सुरक्षा की पेंशन राशि दिया। जबकि हमने पहले ही बिहार सरकार से मांग कि थी की हमनेे जो भी योजनाएं घोषणा की है, उसे सरकार बजट में शामिल करें, लेकिन सरकार ने नहीं किया। जिस योजना को बजट में शामिल करने की मांग की थी , उसमें माई-बहिन मान योजना के तहत 2500 रू0, सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 400 रू से बढ़ाकर 1500 रू और गैस सिलेंडर 500 रू में राज्य सरकार के द्वारा सबसिडी के साथ उपलब्ध कराने के लिए बजट राशि आवंटित करे। लेकिन बिहार में आज नीतीश कुमार ने बिना किसी बजटीय प्रावधान के सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 400 रू से बढ़ाकर 1100 रू किये जाने की घोषणा की है। हमने जब घोषणा किया था तो इन लोगो ने कहा था कि पैसा कहां से आयेगा। लेकिन बिना बजट के 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 लोग जो सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत आते है इनके लिए बजट में राशि का जब प्रावधान ही नहीं किया गया है, तो कैसे सामाजिक सुरक्षा पेंशन की बढ़ी हुई राशि दी जायेगी। जबकि लगभग 767 करोड़ रूपया एक महीने के लिए पेंशन राशि मे अतिरिक्त खर्च होगा। सरकार ने बजट में हमारे द्वारा कि गई घोषणा वाली योजना को इसलिए शामिल नही किया क्योंकि उन्हें डर था कि तेजस्वी को इसका क्रेडिट मिल जायेगा। लेकिन हम जनता के हितों मे और योजनाओं को शामिल कराने के लिए सरकार को घेरेगें और मजबुर कर देंगे।
तेजस्वी ने आगे कहा कि महागठबंधन की सरकार आ रही है इसलिए टेंशन मे नीतीश जी ने पेंशन राशि बढ़ाया है। जबकि हमने पहले ही कहा था कि सामाजिक सुरक्षा की पेंशन राशि 1500 रूपया किये जायेंगे। और जैसे-जैसे महँगाई का मामला सामने आयेगा पेंशन राशि को बढ़ाने का कार्य करेंगे। जबकि इन्होंने 1100 रुपए ही देने की घोषणा की है। सरकार सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि जुलाई से देने की घोषणा क्यों की है। सरकार को तो अप्रैल 2025 से ही इस योजना को लागु करने की घोषणा करनी चाहिए थीं। लेकिन सरकार के स्तर से ना कोई विजन दिख रहा है और ना कार्य करने की क्षमता। हमने 17 महीनें के कार्यकाल मे 5 लाख नौकरियां दी, और 3.5 लाख प्रक्रियाधीन नौकरी छोड़कर आए थे।
इन्होने कहा कि मुख्यमंत्री जी अचेत है, थके हुये है और टायर्ड है। इनके पास ना तो विकास का कोई विजन है और ना सोंच। हमारे कैम्पेन की नकल करके सरकार घोषणा करती है। हमने सरकार से बिहार मे विकास का विजन क्या है ये जानना चाहा लेकिन कभी भी 20 साल वाले नीतीश जी और 11 साल वाले मोदी जी ने हमारे सवाल का जवाब नहीं दिया।

श्री तेजस्वी ने आगे कहा की प्रधानमंत्री जी बार-बार बिहार आयेंगे और सरकारी खर्चे पर अपनी पार्टी और एन0 डी0 ए0 के हित में प्रचार कर राजनीति करेंगे। लेकिन ये नहीं बतायेंगे कि बिहार को उन्होने क्या दिया। जब भी प्रधानमंत्री बिहार आते है, तो लगभग 100 करोड़ रूपया खर्च होता है। विगत पांच चुनाव से अबतक 200 से अधिक रैली और जनसभा प्रधानमंत्री की हुई है ।इन आयोजनो में 200× 100 = 20 हजार करोड़ रूपया सरकार के द्वारा जनता की गाढ़ी कमाई को अपने पार्टी के प्रचार में खर्च किया गया। जबकि भाजपा सबसे अमीर पार्टी है और गरीब राज्य के आम लोगो की गाढ़ी कमाई को चुसा जा रहा है। हमने जो उनके संबंध मे जो बाते कही थी वह बता नहीं रहें हैं। जबकि वो जनता के गाढ़ी कमाई खर्च करके जनता के पाॅकेट को मारने का काम कर रहे है तो उन्हे पाॅकेट मार नही तो मददगार कहा जायेगा। आम आदमी की गाढ़ी कमाई लुटे जा रहे है और बिहार बाढ़ मे डुबा रहता है, उस दिशा मे सरकार राशि क्यों नहीं खर्च कर रहीं है। इसी तरह से पटना भी डुब जाता है लेकिन ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं किया जा रहा। जिसपर अमित शाह कहतें है कि बाढ़ नियंत्रण का कार्य किया जायेगा। तो इससे पहले क्या वो बाढ़ के लिए निमंत्रण देने का कार्य कर रहे थे, बतायें। अमित शाह ने बिहार के पत्रकारों और पोर्टल के लोगो को कहा है कि चुनाव तक ही नीतीश जी है। क्योंकि जदयू के भुँजा पार्टी वाले अमित शाह के अनुसार पार्टी चला रहे है, और उन्ही के अनुसार जदयू का उम्मीदवार भी तय किया जायेगा। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा तो पहले से ही भाजपा और आर0एस0एस0 के साथ थे। बिहार के लोग अब थके हुए और टायर्ड नेता से निजात चाहते हैं, क्योंकि उनसे बिहार नहीं संभल रहा है। बिहार के लोग नौजवान का नेतृत्व चाहता है जो विकास और बिहार के आगे बढ़ाने के प्रति संकल्पित है। मेरी सोंच जनता की भलाई का है और वो हम करते रहेंगे।

इस अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष श्री मंगनी लाल मंडल, राज्यसभा सांसद श्री संजय यादव, विधान पार्षद कारी मोहम्मद सोहेब, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रितु जायसवाल, अरूण यादव उपस्थित थे।

 

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