“स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार” अभियान : किशनगंज जिले के सभी प्रखंडों में महिलाओं के स्वास्थ्य की अनूठी पहल
निःशुल्क जांच, एचपीवी टीकाकरण, स्क्रीनिंग और आयुष्मान कार्ड निर्माण जोरों पर

किशनगंज,19सितम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, महिलाओं का स्वास्थ्य केवल उनके परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। इसी विचार को साकार करते हुए बिहार सरकार द्वारा चलाया जा रहा “स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार” विशेष अभियान किशनगंज जिले के सभी प्रखंडों में पूरी सक्रियता के साथ संचालित हो रहा है। यह अभियान 02 अक्टूबर 2025 तक चलेगा।
गांव-गांव तक पहुंची स्वास्थ्य सेवाएं
जिले के प्रत्येक प्रखंड में प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से इस अभियान को प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता, एएनएम एवं सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी इस मुहिम को
गांव-गांव और विद्यालयों तक पहुंचा रहे हैं। जांच शिविर, टीकाकरण सत्र और परामर्श केंद्र लगातार लगाए जा रहे हैं ताकि कोई भी महिला या किशोरी इस सेवा से वंचित न रह जाए।
एचपीवी टीकाकरण और गंभीर बीमारियों की स्क्रीनिंग
इस अभियान के अंतर्गत महिलाओं और किशोरियों की मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, एनीमिया और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित गंभीर बीमारियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन भी निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है।
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया “अब महिलाओं को स्वास्थ्य जांच के लिए शहर या अस्पताल की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। यह सुविधा उनके गांव और विद्यालय तक पहुंचा दी गई है। यह पहल उनके जीवन की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम है।”
आयुष्मान कार्ड बनेगा आर्थिक सुरक्षा का कवच
इस अभियान के अंतर्गत महिलाओं और किशोरियों का आयुष्मान भारत कार्ड भी बनाया जा रहा है, जिससे वे भविष्य में बड़ी बीमारियों का निःशुल्क इलाज प्राप्त कर सकेंगी।
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा “यह अभियान केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान कर रहा है। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से गरीब व वंचित वर्ग की महिलाएँ इलाज का लाभ बिना किसी आर्थिक बोझ के उठा सकेंगी।”
सामूहिक भागीदारी से बनेगा अभियान सफल
गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. उर्मिला कुमारी ने कहा “यह अभियान तभी पूर्ण सफल होगा जब समाज के हर वर्ग की इसमें भागीदारी होगी। विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और पंचायतों में निरंतर जांच व टीकाकरण शिविर लगाए जा रहे हैं। हर परिवार को चाहिए कि वह इस पहल में सक्रिय रूप से भाग ले।”



