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किशनगंज : ग्रामीणों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवायी जा रही है: डा० मंजर आलम

प्रखंड के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर समिति हुई है गठित

किशनगंज, 12 अक्टूबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर स्थानीय ग्रामीणों को लगातार स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवायी जा रही है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर ग्रामीणों को ब्लडप्रेशर व डायबिटीज जांच के साथ जरूरतमंदों को कैंसर, योगाभ्यास, एनसीडी, चर्म रोग, कृमिनाशक किट वितरण, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसे रोगों की  स्क्रीनिंग की जा रही। साथ-साथ जरूरतमंदों को टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध करायी जाती है। वहीं स्वास्थ्य संबंधी रिकार्ड को सहेजने के लिये लाभुकों के हेल्थ आईडी कार्ड आभा निर्माण की सुविधा सभी केंद्रों पर उपलब्ध करवाई जाती है। ताकि सामुदायिक स्तर पर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। आयुष्मान भारत के तहत जिले में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) को और भी सुदृढ़ किया जा रहा है। ताकि, एचडब्ल्यूसी से जुड़े क्षेत्र के सभी लाभार्थियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। इसके लिए समय समय पर जिला स्तरीय स्वास्थ्य पदाधिकारियों के द्वारा लगातार निरिक्षण भी किया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को भीवीडीसीओ डा० मंजर आलम एवं जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने कोचाधामन प्रखंड के बरबट्टा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निरिक्षण किया है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 146 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का संचालन कर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की पहल के बाद एचडब्ल्यूसी स्तर पर आयुष्मान भारत जन आरोग्य समिति का गठन किया गया है। भीवीडीसीओ डा० मंजर आलम ने बताया कि जन आरोग्य समिति के गठन का मुख्य उद्देश्य स्थानीय पंचायतों के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को जोड़कर सुविधाओं के अंतर्गत आने वाली समस्याओं पर चर्चा कर उसका निष्पादन पंचायत स्तर पर ही किया जायेगा। विभाग से मिले निर्देशों के अनुसार एचडब्ल्यूसी पर स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं के प्रावधान के संबंध में इसके संचालन, प्रबन्धन, उपभोग और जवाबदेही सुनिश्चित करने में जन प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी के लिए आयुष्मान भारत-जन आरोग्य समिति के रूप में एक मंच उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने बताया कि  एचडब्ल्यूसी कार्यक्रम अन्तर्गत स्वास्थ्य उपकेंद्रों व अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स की स्थापना की गई है। अब एचडब्ल्यूसी में रूपांतरित सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के रोगी कल्याण समिति को परिवर्तित कर जन आरोग्य समिति के रूप में गठित किया गया है। समिति के नाम परिवर्तन से संबंधित अधिसूचना रोगी कल्याण समिति की अंतिम बैठक में प्रस्ताव पास कर दी  जाएगी। साथ ही, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में रूपांतरित सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों में भी उपरोक्त उद्देश्य के लिए जन आरोग्य समिति का गठन किया गया है। उपरोक्त दोनों  प्रकार के सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर जन आरोग्य समिति के लिए मूल सिद्धांत समान होंगे। बैठक में सीएचओ ऐश्वर्य विश्वकर्मा ने बताया कि एचडब्ल्यूसी स्तर पर गठित जन आरोग्य समिति के कार्यों से अवगत कराया गया। जिसमें जन आरोग्य समिति के निम्नलिखित कार्यों पर प्रकाश डाला गया : गुणवत्तापूर्ण विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने में सहयोग प्रदान करना। सेंटर के भवन, उपकरणों की साफ-सफाई के साथ उनका रख-रखाव और सुरक्षा सुनिश्चित कराना। परिसर के दुरुपयोग को रोकना। अनटाइड फंड के प्रबंधन एवं उसका बेहतर उपयोग करना। समुदाय स्तर  पर स्वास्थ्य एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रमों, गतिविधियों एवं आउटरीच पर उपलब्ध सेवाओं में सुधार के लिए वीएचएसएनडी के माध्यम से सामुदायिक कार्रवाई को नेतृत्व प्रदान करना। गैर सरकारी संगठनों से संसाधनों को जुटाने के साथ सीएसआर फंड की निधियों के माध्यम से सेंटर पर सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना। साथ ही, सेवाओं और सुविधाओं का प्रचार प्रसार कराना। स्वास्थ्य योजना बनाने में क्षेत्र की ग्राम पंचायतों को सुविधा और सहायता प्रदान करना। सेंटर पर उपलब्ध सेवाओं की सूची सिटिजन चार्टर के रूप में प्रदर्शित कराना। सेंटर में सुरक्षित पेयजल, गुणवत्ता वाले आहार, कूड़े मुक्त परिसर, स्वच्छ शौचालय, साफ सादर, सुव्यवस्थित प्रतीक्षा क्षेत्र, अच्छी सुरक्षा बायोमेडिकल अपशिष्ट व नियमित अपशिष्ट निपटान और परिसर का स्वच्छ रखरखाव सुनिश्चित करना। सूची के अनुसार मेडिसिन व डायग्नोस्टिक, सेंटर पर उपलब्ध कराना।लाभुकों के अनुकूल सेंटर के कर्मचारियों में बेहतर व्यवहार की संस्कृति व जवाबदेही के प्रति निरंतर उन्मुखीकरण करना। यह सुनिश्चित करना कि सेंटर में स्वास्थ्य सेवा के लिए कोई फीस या शुल्क नहीं ली जाए। सक्रिय प्रयास और नियमित फॉलोअप द्वारा यह सुनिश्चित करना कि समुदाय के गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को सेंटर में स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठाने में कोई बाधा ना आए और कोई भी सेवाओं से वंचित न रहे। विभिन्न महिला समूह के माध्यम से महिलाओं और किशोरियों में लैंगिक समानता और उनके स्वास्थ्य के मुद्दों को बढ़ावा देने के लिए उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना। डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग करते हुए सरकारी योजनाओं के अंतर्गत सेवाओं और अधिकारों के संबंध में समुदाय को जागरूक करना। गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की उपलब्धता के लिए शिकायत निवारण मंच के रूप में कार्य करना।

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