
किशनगंज/ठाकुरगंज,10सितम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, नेपाल के झापा जिले में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। भारत-नेपाल सीमा से सटे किशनगंज जिले के गलगलिया थाना क्षेत्र के पास नेपाल के भद्रपुर, बिरतामोड और दमक शहरों में मंगलवार को उग्र हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। इसके मद्देनजर भारतीय सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
किशनगंज के पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने सीमा क्षेत्र का निरीक्षण कर सशस्त्र सीमा बल (SSB) के अधिकारियों के साथ बैठक की और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सुरक्षा बलों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
नेपाल में ओली के घर पर हमला, सरकारी कार्यालय जलाए गए
प्राप्त जानकारी के अनुसार, झापा जिले के दमक उप-मंडल-9 के शांति मार्ग स्थित प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के घर पर दोपहर 1:20 बजे करीब 1000 से 1200 प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी की। इसके अलावा,
- सुबह 11:30 बजे, करीब 500 प्रदर्शनकारियों ने कनकई नगर पालिका-1 के कार्यालय में हमला किया और भवन को आग के हवाले कर दिया।
- महापौर राजेंद्र कुमार पोखरेल के घर पर हमला कर खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए गए और घरेलू सामान बाहर निकालकर जला दिया गया।
- दोपहर 1:30 बजे, करीब 700 प्रदर्शनकारियों ने दमक व्यू टावर में तोड़फोड़ और आगजनी की।
- सीपीएन-यूएमएल के झापा जिला प्रभारी रोम ओली के निजी आवास पर भी हमला हुआ।
- दमक स्थित क्षेत्रीय पुलिस कार्यालय पर भी प्रदर्शनकारियों ने पथराव और हमला किया।
बिरतामोड में जिला यातायात पुलिस कार्यालय को बनाया निशाना
दोपहर 3:30 बजे, 2000 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने बिरतामोड स्थित जिला यातायात पुलिस कार्यालय पर भीषण पथराव और आगजनी शुरू कर दी। नेपाल पुलिस और सशस्त्र बलों ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और फायरिंग की।
इसके अतिरिक्त, प्रदर्शनकारियों ने कंकाई रोड स्थित नेपाल दूरसंचार कार्यालय में भी तोड़फोड़ और आगजनी की, जहां आग तेज़ी से फैलती देखी गई।
किशनगंज प्रशासन पूरी तरह सतर्क
सीमा पार की स्थिति को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट घोषित कर दिया गया है। विशेषकर गलगलिया, पानीटंकी और फारबिसगंज बॉर्डर पर सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। प्रशासन की नजर सीमा पार से किसी भी अवैध प्रवेश, तस्करी या हिंसक तत्वों की घुसपैठ पर बनी हुई है।
नेपाल में उत्पन्न इस अस्थिरता ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा संबंधी चिंता को बढ़ा दिया है। प्रशासन ने आम नागरिकों से सजग और सतर्क रहने की अपील की है।