कुशीनगर: बाल्मीकि गण्डक बराज से 2 लाख 64 हजार पानी का हुआ डिस्चार्ज

बाल्मीकि गण्डक बराज से 2 लाख 64 हजार पानी का डिस्चार्ज
नेपाल में भारी बारिश से बढ़ा बैराज का जलस्तर ।
बैराज के सभी 36 फाटकों को आंशिक रूप से खोला गया ।
दियारावर्ती इलाको में देर रात तक जलस्तर बढ़ने की संभावना ।
उमेश कुमार कसेरा-खड्डा/कुशीनगर। यूपी सीमा से सटे भारत नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकिनगर और नेपाल के तराई व जल ग्रहण वाले क्षेत्रों में दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण गंडक नदी का जलस्तर मंगलवार को बढ़ने लगा है। नेपाल के पोखरा व नारायण घाट में बारिश के चलते नारायणी व उसकी सहायक पहाड़ी नदियों में जलस्तर बढ़ गया है तो वहीं खड्डा क्षेत्र के गण्डक नदी पार रेतावासियों की धड़कने भी बाढ़ की आशंका को लेकर बढ़ने लगी है।
मंगलवार की दोपहर गंडक नदी में पानी बढ़ने से गंडक बराज द्वारा सुबह 10 बजे 1,47000 क्यूसेक, 12 बजे 1,83000, दोपहर 2 बजे 206400 तो मंगलवार की शाम 4 बजे लगातार बढ़ते हुए 2,64000 क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़ा गया है। पानी छोड़े जाने से मंगलवार की देर रात या
बुधवार तक गंडक नदी के दियारावर्ती इलाकों में जलस्तर बढ़ने की आशंका है।
गंडक बराज के सहायक अभियंता विकास कुमार ने बताया कि गंडक नदी में पानी की बढ़त को देखते हुए गंडक बराज के सभी फाटकों को आंशिक रूप से खोल दिया गया है।गंडक बराज के नियंत्रण कक्ष पर सभी बराज कर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है। बताते चलें कि बाल्मीकि गण्डक बराज से अत्यधिक पानी छोड़े जाने से गण्डक नदी का जलस्तर बढ़ जाता है। नदी खड्डा इलाके के नदी पार बसे गांव शिवपुर, नरायनपुर, बसन्तपुर, शाहपुर, मरचहवां सहित महदेवा व शालिकपुर गांव के लोगों को बाढ़ की विभीषिका झेलनी पड़ती है तो वहीं फसलों सहित आमजन को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है। फिलहाल अभी मौसम का रूख साफ नहीं है व पहाडी सहित मैदानी इलाकों में लगातार बारिश हो रही है।