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किशनगंज : जिले में पांच दिवसीय पल्स पोलियो कार्यक्रम की शुरूआत।

19 सितम्बर से 23 सितम्बर तक चलेगा पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान, 3.39 लाख लक्षित बच्चों को पिलायी जाएगी पोलियो की दवा।

  • अभियान के दौरान कोविड टीकाकरण का सर्वे भी किया जायेगा।
  • विशेष निगरानी टीम अभियान पर रखेगी नजर।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में पांच दिन तक चलने वाले अंतरराज्जीय पल्स पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार को जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के द्वारा जिले के किशनगंज ग्रामीण प्रखंड के गाछपारा स्थित हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर स्थित भवन में शिशुओं को पोलियो ड्रॉप पिलाकर किया गया। दूसरे चक्र का यह पल्स पोलियो अभियान 19 सितंबर से 23 सितंबर तक चलेगा। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने कहा पोलियो की दो बूंद बच्चों को पोलियो जैसे गंभीर रोग से बचाएगी। नवजात शिशुओं में विकलांगता होने के प्रमुख लक्षणों में से एक हैं पोलियो, जिससे ग्रसित होने पर शिशु उम्र भर के लिए लाचार हो जाता है। अभियान के तहत शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सफलतापूर्वक संपन्न करना पहली प्राथमिकता है। यह हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है कि अपने और समुदाय के पांच वर्ष से कम आयु के नौनिहालों को पोलियो की दवा जरूर पिलाएं तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये अभियान को सार्थक कर पोलियो को जड़ से खत्म करें। विश्व में कहीं भी खास कर अगर पड़ोसी देशों में पोलियो का संक्रमण अगर चिन्हित होता है कि पोलियो वायरस के पुन: आने का खतरा बना हुआ रहता है। इसी खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है और पल्स पोलियो अभियान चलाने का निर्णय लिया है। वर्तमान में हमारे 2 पड़ोसी देशों अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान में पोलियो मरीजों को चिन्हित किया गया है ल। इसे ध्यान में रखते हुए पल्स पोलियो अभियान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वहां से आने वाले लोगों द्वारा यह भारत में भी फैल सकता है। इसलिए हमें सावधान रहना जरूरी है जिसके लिए अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने जिले के निवासियों से अपील करते हुए कहा कि आपलोग अपने बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उन्हें पोलियो की दवा पिलाकर अभियान को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाये। उद्घाटन कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ मुनाजीम, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ के के कश्यप, यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अफजल, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक अजय कुमार साह सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया की अभियान को सफल बनाने के लिए जिला स्तर पर जिला टास्क फोर्स और प्रखंड स्तर पर प्रखंड टास्क फोर्स बनाया गया है, जो पूरे अभियान की देखरेख करेंगे। वहीं, सभी दलकर्मियों के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सिन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। पल्स पोलियो अभियान के दौरान मुख्य ट्रांजिट स्थलों बस-स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चौक-चौराहों आदि जगहों पर प्रशिक्षित टीकाकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है, जिससे वहां से गुजरने वाले सभी लक्षित बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए पोलियो की खुराक पिलाकर आच्छादित किया जाना है। अभियान के दौरान किसी भी परिस्थिति में किसी भी दूर दराज क्षेत्रों (ईंट भट्ठा, प्रवासी एवं भमणशील आबादी) के बच्चे पोलियो खुराक से वंचित ना रह जाए इसके लिए विशेष निगरानी दल गठित किया गया है। ताकि शत-प्रतिशत बच्चों को पोलियो खुराक से आच्छादित किया जा सके। इस दौरान कोविड-19 के तहत बनाए गए सभी प्रोटोकॉल का पालन भी आवश्यक है।सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान जिले के करीब 3 लाख 39 हजार बच्चों को दवा पिलाने के लक्ष्य है। इसके लिए घर-घर जाकर दवा पिलाने के लिए जिले में 1052 टीम बनाई गई हैं। जिसमे कुल 2092 टिकाकर्मी के द्वारा कुल 3.64 लाख घरों में भ्रमण किया जाएगा। जिसके लिए कुल 927 हाउस टू हाउस टीम लगाई गई है। चौक-चौराहों पर भी दवा पिलाने के लिए जिले में 90 ट्रांजिट टीम बनाई गई है। इसके अलावा बासा, ईंट भट्ठों व घुमंतू आबादी वाले क्षेत्रों में भी दवा की पहुंच बनाने के लिए 25 मोबाइल टीम तैयार की गई है। सभी टीम की निगरानी के लिए 315 सुपरवाइजर भी तैयार किए गए हैं। एक सुपरवाइजर द्वारा 3 टीम का निरीक्षण किया जाएगा।

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