चंद्रगुप्त को खोज निकालना आचार्यों का महत्ती दायित्व:—- शंभूनाथ शर्मा
मनीष कुमार कमलिया/विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की प्रांतीय इकाई भारती शिक्षा समिति, बिहार के तत्वावधान में दक्षिण बिहार में चल रहे सरस्वती विद्या मंदिरों का द्वितीय दिवसीय समूह निरीक्षण का कार्यक्रम आज विधिवत संपन्न हुआ।इसी कड़ी में सरस्वती विद्या मंदिर, शास्त्री नगर, पटना का निरीक्षण कार्य श्री शंभू नाथ शर्मा जी के संयोजकत्व में शिशु लेखा, आचार्य लेखा एवं कार्यालय लेखा अवलोकन के साथ -साथ शिशु भारती,बाल भारती, किशोर भारती, कन्या भारती, आचार्य भारती एवं मातृ भारती की अलग-अलग बैठक के साथ संपन्न हुआ। निरीक्षण कार्यक्रम के अंतिम सत्र यानि समापन सत्र में आचार्य बंधु -भगिनी को संबोधित करते हुए निरीक्षणकर्ता श्री शंभू नाथ शर्मा जी ने कहा कि आप सभी आचार्य बंधु-भगिनी के कंधों पर चंद्रगुप्त को खोज निकालने का महत्ती दायित्व है।आप सभी ऐसा प्रयत्न करें ताकि सभी जगह चंद्रगुप्त ही चंद्रगुप्त दिखाई पड़े।आप सभी के कठिन परिश्रम व दृढ़ इच्छाशक्ति/संकल्पशक्ति के बल पर विद्या भारती का डंका सभी जगह बज रहा है परंतु हम सभी लक्ष्य से अभी काफी दूर हैं। अतः लक्ष्य प्राप्ति हेतु चंद्रगुप्त को निकालने का प्रयत्न होना चाहिए।इस अवसर पर श्री मुकेश कुमार सिंह, राकेश कुमार मिश्र सुशील कुमार शर्मा, सीमा सिंह,शिव कुमार साहू, आलोक कुमार, अमृता सिंह, मधु मालती कुमारी, निभा सिंह, मनोज कुमार, धनंजय प्रसाद सिंह, राकेश कुमार रंजन, अखिलेश कुमार,बबन कुमार व्योम, गुड्डू कुमार, अमित कुमार सहित अन्य महानुभावों की उपस्थिति रही।