
त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-बीकेएमयू का 15 वां राष्ट्रीय सम्मेलन दो नबम्बर से पटना में । बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक शुक्रवार को केदारनाथ भवन में हुई। बैठक की अध्यक्षता यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक सूर्यकांत पासवान ने की। बैठक में सदस्यता, दो से पांच नबम्बर तक पटना में होने वाले भारतीय खेत मजदूर यूनियन के 15 वें राष्ट्रीय सम्मेलन पर विस्तार से चर्चा की गई और दो नवबंर को पटना के गांधी मैदान में विशाल रैली आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय, बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के महासचिव जानकी पासवान, उप महासचिव पुनीत मुखिया, सत्येद्र कुमार सिंह, अर्जुन राम, रामाकांत अकेला, रामपुकार मुखिया आदि ने संबोधित किया।
बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा के राज्य सचिव कॉमरेड रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि मोदी सरकार के पिछले नौ वर्षों के कार्यकाल में सबसे ज्यादा हमले खेत मजदूरों पर हुए हैं। महंगाई आसमान छू रही है। मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है। मजदूर पलायन करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि मनरेगा की राशि में लगातार कटौती की जा रही है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना को बंद करने की साजिश की जा रही है। महंगाई आसमान छू रही है। खेत मजदूरों को मनरेगा के तहत कार्य नहीं मिल रहा है। मनरेगा मजदूरों को वाजिब मजदूरी नहीं मिल रही है। मनरेगा की मजदूरी प्रत्येक दिन कम से कम 600 रुपये की जाए।सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि प्रत्येक महीने एक हजार रुपये किये जाए। उन्होंने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी खेत मजदूरों के सवालों को लेकर आंदोलन तेज करेगी।
बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के महासचिव जानकी पासवान ने कार्य रिपोर्ट पेश किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारी को लेकर 30 जुलाई को स्वागत समिति की बैठक होगी। उन्होंने कहा कि बिहार में खेत मजदूर आंदोलन को तेज किया जाएगा। पांच लाख से अधिक सदस्य बनाये जाएंगे। दो नवंबर को पटना में ऐतिहासिक रैली होगी।
खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक सूर्यकांत पासवान ने कहा कि केंद्र में बैठी मोदी सरकार खेत मजदूरों का अधिकार छीन रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव में खेत मजदूर केंद्र में बैठी मजदूर विरोधी सरकार को हटाने का कार्य करेंगे।