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किशनगंज में परिवार नियोजन पखवाड़ा-2025 का शुभारंभ, जागरूकता से लेकर डिजिटल मॉनिटरिंग तक बहुआयामी पहल

परिवार नियोजन से सशक्त होगा समाज

किशनगंज,08सितंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण का आधार है। इसी उद्देश्य को लेकर किशनगंज जिले में परिवार नियोजन पखवाड़ा-2025 का विधिवत शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत जागरूकता अभियान, सेवाओं की उपलब्धता और डिजिटल निगरानी व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है।

पखवाड़ा का शुभारंभ सीएचसी पोठिया में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम से हुआ, जिसका उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एएनएम, आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्यकर्मी और लाभार्थी महिलाएं उपस्थित रहीं।

“परिवार नियोजन: स्वस्थ मां, सुरक्षित बचपन”

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि परिवार नियोजन अपनाने से मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी, महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा, और परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर दंपत्ति को बच्चों के बीच उचित अंतराल रखना चाहिए और स्वास्थ्यकर्मियों से परामर्श लेकर उपयुक्त साधन चुनना चाहिए।

जनजागरूकता और सामुदायिक सहभागिता

कार्यक्रम में गर्भनिरोधक गोलियाँ, कंडोम, अंतरा इंजेक्शन, IUD और नसबंदी जैसे विभिन्न परिवार नियोजन साधनों की जानकारी दी गई। आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम ने पखवाड़े के दौरान घर-घर जाकर परामर्श देने और साधनों के वितरण का संकल्प लिया।

एक लाभार्थी महिला ने अनुभव साझा करते हुए कहा, “पहले सही जानकारी नहीं थी, लेकिन अब स्वास्थ्यकर्मी बहुत विस्तार से समझाते हैं। बच्चों में अंतराल रखने के फायदे अब हमें समझ में आने लगे हैं।”

एफपीएलएमआईएस: डिजिटल निगरानी से सेवाएं होंगी सुलभ

इस बार पखवाड़े में एक नई पहल के रूप में एफपीएलएमआईएस (Family Planning Logistics Management Information System) का उपयोग किया जा रहा है, जिससे हर पीएचसी और सीएचसी में साधनों की उपलब्धता की निगरानी की जा सकेगी।
पीएसआई संस्था के प्रतिनिधि ने बताया कि यह प्रणाली साधनों की समय पर आपूर्ति और वितरण सुनिश्चित करेगी, जिससे अभियान की प्रभावशीलता और बढ़ेगी।

पुरुषों की भागीदारी भी ज़रूरी

प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि परिवार नियोजन केवल महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पुरुषों को भी इसमें सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए। जब तक पुरुष आगे नहीं आएंगे, समाज वास्तव में प्रगतिशील नहीं बन सकता।

प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. उर्मिला कुमारी ने कहा कि सीएचसी पोठिया के भव्य कार्यक्रम के साथ जिले में इस पखवाड़े की शुरुआत एक मजबूत और रणनीतिक पहल के रूप में हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह पखवाड़ा न केवल सेवाओं को बढ़ाएगा, बल्कि समाज की सोच में भी सकारात्मक बदलाव लाएगा।

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