किशनगंज : जिले में हर कदम बढ़ते कदम के मानकों के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की कोशिशें जारी।

कमतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंडो के प्रदर्शन में सुधार की हो रही पहल।
- समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मिले आवश्यक दिशा-निर्देश:
- स्वास्थ्य विभाग से जुडी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के संबंध में की गई चर्चा : डीएम
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर संचालित विशेष मुहिम “हर कदम-बढ़ते कदम” के तहत निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति का प्रयास अनवतर जारी है। गर्भवती महिलाओं के एएनसी जांच, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, परिवार नियोजन सहित एनसीडी सेवाओं को बेहतर बनाते हुए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार को लेकर विभागीय स्तर से जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। डीएम नियमित रूप से इसका अनुश्रवण व मूल्यांकन कर रहे हैं। मुहिम के क्रम में अब कमतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंडो के प्रदर्शन में सुधार को लेकर जरूरी पहल किया जा रहा है। इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभिन्न प्रकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों को लेकर डीएम श्रीकान्त शास्त्री की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में आयोजित की गयी। डीएम ने जिले में स्वास्थ्य संबंधी मामलों की बेहतरी को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया की स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्टता लाने के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर लगातार प्रयास किया जा रहा है।
सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को मूलभूत सुविधाओं को लागू करने के साथ ही स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज कराने के लिए आने वाले सभी मरीज़ों को उचित व्यवहार के साथ बेहतर सेवा उपलब्ध कराने की कवायद की जा रही है। स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने की दिशा में भी कारगर पहल की जा रही है। जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा बिहार के सभी जिलों में स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन संबंधी मामलों की समीक्षा की जाती है। इसके आधार पर रैकिंग की जाती है। सरकार द्वारा संचालित लक्ष्य प्रमाणीकरण कार्यक्रम व कायाकल्प योजना के संचालन के अलावा शेष सभी तरह के कार्यक्रमों का संचालन नियमित रूप से होना चाहिए। जब तक स्वास्थ्य विभाग ठीक नहीं रहेगा तब तक किसी भी तरह के मरीज़ों की सेवा नहीं की जा सकेगी। जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में मातृ-शिशु देखभाल, ओपीडी व इमरजेंसी सेवाओं में बेहतरी को लेकर जरूरी कदम उठाने के लिए दिशा-निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराते हुए स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन को लेकर राज्य स्तरीय रैकिंग में बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित कराने को लेकर आवश्यक रूप से कार्य करने के लिए सभी को कार्य करने पर बल दिया गया है। एसीएमओ डॉ सुरेश प्रशाद ने बताया की समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कोरोना जांच एवं संक्रमण, कोविड-19 टीकाकरण, ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन, मातृ स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाले मरीज़ों की देखभाल, एनसीडी कार्यक्रम, स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र (एचडब्लूसी) के माध्यम से आयुष्मान भारत कार्यक्रम, संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम, प्रजनन बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरसीएच), अनमोल, संधारण, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं वित्त विभाग से जुड़े कार्यक्रमों एवं विभिन्न प्रकार के योजनाओं के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा कर जानकारी ली गई। जानकारी देते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने कहा कि मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रमों की सफलता के लिये वीएचएएसएनडी सत्र का सफल संचालन जरूरी है। स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार, समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक सेवाओं की पहुंच, लाभुक व सेवाप्रदाता के बीच बेहतर समन्वय व विश्वास का माहौल पैदा करना हर कदम बढ़ते कदम अभियान का प्राथमिक उद्देश्य है। इसकी सफलता वीएचएसएनडी सत्र के सफल संचालन में निहित हैं। लिहाजा इसे लेकर जरूरी पहल की जा रही है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ मुनाजिम ने बताया कि डीएम ने वीएचएसएनडी सत्र के सफल संचालन को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को विशेष निर्देश दिये गये हैं।
कमजोर प्रदर्शन करने वाले साइट को चिह्नित करते हुए इसके प्रदर्शन में सुधार को लेकर जरूरी पहल का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की बैठकों में जहां बेहतर प्रदर्शन के लिये एएनएम को जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेरित व प्रोत्साहित किया जा रहा है। वहीं कमतर प्रदर्शन करने वाली एएनएम को जरूरी सहयोग व सुझाव देकर बेहतर करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बैठक में सिविल सर्जन एसीएम्ओ डॉ सुरेश प्रसाद, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंन्धक डॉ. मुनाज़िम, जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंन्धक, सामुदायिक उत्प्रेरक एवं लेखापाल आदि उपस्थित थे।