किशनगंज : जिले में नाइट ब्लड सर्वे के दौरान कुल लक्ष्य से 0.87 प्रतिशत से ज्यादा इकट्ठा किए गए सैंपल
जिले के प्रत्येक प्रखंड में एक स्थायी सत्र और रैंडम जगहों पर लोगों के रक्त के नमूने लिए गए। यह नमूने रात के आठ बजे से 12 बजे के बीच लिए गए
19 से 26 जून तक चला नाइट ब्लड सर्वे अभियान, कुल 4 हजार 842 रक्त के नमूने किए गए एकत्र
किशनगंज, 28 जून (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में फाइलेरिया के प्रसार दर का सटीक अनुमान निकालने के लिए 19 से 26 जून तक शहरी क्षेत्र के साथ सभी सातों प्रखंड में रैंडम एवं सेनिटल साइट में नाइट ब्लड सर्वे अभियान चलाया गया। इस दौरान पूरे जिले में लक्ष्य से 0.87 प्रतिशत ज्यादा लोगों का ब्लड सैंपल इकट्ठा किया गया। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डा० मंजर आलम ने बुधवार को बताया कि जिले के प्रत्येक प्रखंड में एक स्थायी सत्र और रैंडम जगहों पर लोगों के रक्त के नमूने लिए गए। यह नमूने रात के आठ बजे से 12 बजे के बीच लिए गए। प्रत्येक प्रखंड में बनाए गए स्थायी तथा रैंडम सत्रों पर कुल 300 रक्त के नमूने इकट्ठा करने थे। इस प्रकार जिले में कुल लक्ष्य 4800 था। लेकिन लक्ष्य से कहीं ज्यादा विभाग ने कुल 4 हजार 842 रक्त के नमूनों का संग्रह किया। सभी नमूनों की जांच 24 घंटे के अंदर कर ली जाएगी। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा० मंजर आलम ने कहा कि फाइलेरिया एक असाध्य बीमारी है। फाइलेरिया संक्रमित व्यक्ति को रोग का पता वर्षों बाद चलता है। तब तक बीमारी लाइलाज हो चुका होता है। शरीर में मौजूद फाइलेरिया के परजीवी रात के समय ज्यादा सक्रिय होते हैं। इसलिये नाइट ब्लड सर्वे संभावित रोगियों का पता लगाने का बेहतर जरिया है। संभावित मरीजों का पता लगाने के लिये जिले में विशेष अभियान संचालित किया गया है। डा० आलम ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सरकार द्वारा किया जा रहा प्रयास सराहनीय है। रोग के प्रसार को नियंत्रित करने की दिशा में हर स्तर पर जरूरी प्रयास किया जा रहा है। इसमें समुचित सहयोग हर एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास से फाइलेरिया का उन्मूलन संभव है। इसलिये उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर लोगों को जांच के लिये प्रेरित किया। नाइट ब्लड सर्वे की सफलता में जिले के जनप्रतिनिधि, आशा, आंगनबाड़ी और जीविका दीदियों एवं सहयोगी संस्था का भरपूर सहयोग मिला। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लोगों के घर-घर जाकर सर्वे के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराते हुए उन्हें जांच के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा इसी भाव से आगामी 10 अगस्त से आयोजित एमडीए कार्यक्रम में शत-प्रतिशत योग्य आबादी को फाइलेरिया रोधी दवा सेवन सुनिश्चित कराना है।