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किशनगंज : स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ हर एक व्यक्ति तक पहुंचाना विभागीय प्राथमिकता।

जिले में गर्भवती महिलाओं, धातृ माताओं, नवजात शिशुओं और बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी आवश्यक।

  • स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा बैठक का आयोजन।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में सभी लोगों तक जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुलभ तरीके से सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा जिला समाहरणालय स्थित सभागार में जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में शनिवार को हुई। बैठक में स्वास्थ्य संबंधी मामलों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा में नियमित टीकाकरण मामलों में सुधार, मातृ मृत्यु व नवजात मृत्यु दर, इंफ्रास्ट्रक्चर, टीबी ट्रीटमेन्ट व एफआरयू से जुड़ी सेवा, एनसीडी स्क्रीनिंग, एनीमिया मुक्त भारत अभियान, कोविड टीकाकरण एवं जाँच सहित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए इसमें अपेक्षित सुधार को लेकर विस्तृत कार्य योजना पर विचार किया गया तथा स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये गये। बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार, डीपीएम् डॉ मुनाजिम, डीपीसी विश्वजीत कुमार, एसएमसी एजाज एहमद, डब्ल्यूएचओ के डॉ अनिशुर रहमान, डीएमओ डॉ मंजर, सदर अस्पताल उपाधीक्षक, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंन्धक सहित अन्य मौजूद थे। गर्भवती महिलाओं की नियमित एएनसी जांच संबंधी मामले की समीक्षा के क्रम में सितम्बर माह में बढ़िया प्रदर्शन की सराहना की गई। बीते सितम्बर माह में एएनसी जांच मामले में जिले की उपलब्धि 132 फीसदी थी। प्रथम तिमाही में गर्भवती महिलाओं को चिह्नित करते हुए पूरे प्रसव काल के दौरान चार एएनसी जांच सुनिश्चित कराने का निर्देश उन्होंने दिया। उन्होंने बताया कि जिले में 14 स्थानों पर प्रसव संबंधी सुविधाएं संचालित हैं। माह सितम्बर में जिले में कुल 2570 संस्थागत प्रसव हुए। डीएम ने संस्थागत प्रसव मामले में शत प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित कराने का आदेश दिया है। माह अगस्त में गर्भवती माताओं एवं नवजात शिशुओं के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रम में प्रसव पूर्व 4 जांच 90% किया गया, जिले में 94 प्रतिशत पूर्ण नियमित टीकाकरण किया गया है, आंगनबाड़ी केन्द्रों में ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस जिले में नियमित रूप से लक्ष्य के अनुरूप आयोजन करने का निर्देश दिया गया। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि समीक्षा बैठक में गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व देखभाल संबंधी सुविधा को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया है। जिले के 32 हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करते हुए टेलीमेडिसीन सेवाओं के सफल संचालन के साथ-साथ डायबिटीज, कैंसर, ब्लड प्रेशर जैसे रोगों की स्क्रीनिंग को बढ़ावा देने का निर्देश उन्होंने दिया। उन्होंने कहा कि आम लोगों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सुदूरवर्ती इलाके के लोगों तक जरूरी स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने में उन्होंने एएनएम कार्यकर्ताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। गंभीर एनीमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उसकी लाइन लिस्टिंग की जाए। उन्होंने बताया कि सरकार के सुरक्षित संस्थागत प्रसव और सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं, धातृ माताओं के साथ ही नवजात शिशु और छोटे बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित मॉनिटरिंग के लिए अनमोल एप और आरसीएच वेब पोर्टल का निर्माण किया गया है। डीएम ने बताया कि ज़िले में 83.9% प्रथम एवं 96.6% दूसरा डोज दिया गया, वही 3.11 लाख लोगो को प्रिकॉशन डोज दिया गया है वही 60 वर्ष से ऊपर के लोगो को प्रिकॉशन देने के मामले में सूबे में अव्वल है जिला डीएम ने यह भी बताया टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है की अस्पताल के प्रसव कक्ष, अस्पताल परिसर, ओटी, परिसर की पूरी साफ सफाई की जाय, मरीजो को ससमय भोजन, दवा उपलब्ध करने का निर्देश। सभी पंजी का संधारण, लाभार्थीको भुगतेय राशि का भुगतान ससमय करें। प्रखंड के स्वास्थ्य केन्दों पर उपलब्ध दवाओं के अलावा बाकी अन्य दवाओं को अविलम्ब क्रय करने का आदेश दिया गया है।

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