शिक्षक बनने की राह में ईमानदारी और समय की अहम भूमिका: डॉ. सफदरे आलम

नवीन कुमार रोशन/जहानाबाद के चंद्रिका नगर, नौरू स्थित माँ कमला चंद्रका जी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के इग्नू अध्ययन केंद्र 05143 में बी.एड प्रथम सत्र (जनवरी 2024 बैच) के लिए 12 दिवसीय कार्यशाला में शुक्रवार को विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, पटना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. एम. सफदरे आलम और सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. आसिफ इकबाल ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर कॉलेज के सचिव डॉ. संजय कुमार की गरिमामयी उपस्थिति थी।
मुख्य अतिथि डॉ. एम. सफदरे आलम ने अपने संबोधन में कहा कि एक शिक्षक के जीवन में समय, ईमानदारी और संघर्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सच्चा शिक्षक सिर्फ ज्ञान अर्जन तक सीमित नहीं होता, बल्कि वह जिज्ञासु होता है और अनसुलझे सवालों को हल करने का प्रयास करता है। छात्रों को शॉर्टकट के बजाय आत्म-विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि डॉ. आसिफ इकबाल ने कार्यशाला के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षण एक सतत प्रक्रिया है जिसमें व्यावहारिक प्रशिक्षण और निरंतर सुधार की आवश्यकता होती है। इस कार्यशाला से छात्रों को वास्तविक शिक्षण परिदृश्यों को समझने का अवसर मिलेगा। कॉलेज के सचिव डॉ. संजय कुमार ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि भावी शिक्षकों को सामाजिक रूप से जिम्मेदार और शैक्षणिक रूप से दक्ष बनाना है। इस तरह की कार्यशालाएं विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहायक होती हैं। इस सब पूर्व अतिथियों का पारंपरिक रूप से पुष्पवर्षा, बुके एवं अंगवस्त्र से किया गया। इस अवसर पर अध्ययन केंद्र की समन्वयक डॉ. रिंकू कुमारी, काउंसलर डॉ. अरुण कुमार, राजेश कुमार, अक्षय कुमार, चंदन कुमार सहित कई शिक्षक व गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यशाला में बी.एड प्रथम वर्ष के छात्र विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेकर शिक्षण कौशल का विकास कर रहे हैं। इस 12 दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षण की बारीकियों को समझाना, शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देना, और भावी शिक्षकों को व्यावसायिक रूप से सक्षम बनाना है।