किशनगंज : अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त तकनीकी आधारित मोटरवाहन चालन प्रशिक्षण विद्यालय का डीएम ने किया उद्घाटन।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में सिंघिया स्थित अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त तकनीकी आधारित मोटरवाहन चालन प्रशिक्षण विद्यालय का जिलाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री ने विधिवत उदघाटन किया। इस मौके पर डीटीओ रामाशंकर भी उपस्थित रहे। बिहार सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप इस ट्रेनिंग स्कूल को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। उदघाटन के अवसर पर डीएम ने बताया कि जिले के लिए यह अच्छी सौगात है। चालक प्रशिक्षित और ट्रेंड हो जाएंगे तो रोड एक्सीडेंट की घटनाएं काफी कम हो जाएगी।
किशनगंज में अक्सर सड़क दुर्घटनाएं होती है। इस ट्रेनिंग स्कूल की जिले को बहुत आवश्यकता थी। अब यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अच्छे और प्रशिक्षित ड्राइवर मिलेंगे।ड्राइविंग सीखने के इच्छुक लोगों के लिए यह बहुत कारगर साबित होगा। इससे प्रेरणा लेकर और भी लोग इस तरह के स्कूल खोलेंगे। ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल को बिहार सरकार द्वारा निर्गत गाइडलाइंस के अनुसार आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, जिसमे सेमुलेटर द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। सेमुलेटर से प्रशिक्षण प्राप्त होने के बाद अमूमन प्रशिक्षणार्थीयों को वाहन चलाने से पूर्व लगने वाला भय समाप्त हो जाता है।
साथ ही, इस अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से पहाड़ी मार्गों पर चालन, रात में चालन, भीड़ भाड़ वाले इलाके में चालन, कुहरे-कुहासे में चालन आदि विभिन्न परिस्थितियों में वाहन चालन के गुर भी सेमुलेटर द्वारा सिखाया जाएगा। इसके साथ ही इस विद्यालय में प्रोजेक्टर, ऑडियो वीडियो सिस्टम के माध्यम से थ्योरी कक्षाओं को भी शामिल किया गया है। जिसमे वाहन चलाने के नियमो, ट्रैफिक सिग्नलों की जानकारी के साथ साथ एक्सीडेंट की स्थिति से उबरने और एक्सीडेंट के समय घायलों की मदद करने की विधि भी बताई जाएगी। इस थ्योरी क्लास में वाहन चलाते वक्त क्या क्या सावधानियां बरतनी है सभी को विस्तार से समझाया जाएगा।
एक बड़े भूभाग में स्कूल परिसर में ही एक स्टैण्डर्ड ट्रैक पर वाहन सिखाने की व्यवस्था भी की गई है। इस विद्यालय की कार्यशाला में वाहन चलाते समय होने वाली छोटी मोटी तकनीकी खराबियों से उबरने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाएगा। विद्यालय में सुविधाओं के रूप में परिसर में पुरुष और महिलाओं के लिए अलग अलग प्रसाधन की व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था, सुरक्षा और गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था के साथ साथ अन्य कई सुविधाओं को जोड़ा गया है। विद्यालय के संस्थापक संजय जैन ने बताया कि ड्राइवर का काम कार चलाने से बहुत ऊपर होता है। उस पर कई जिम्मेदारियां होती है। सबसे पहले उसका परिवार उसके सुरक्षित रहने की कामना करता है, गाड़ी में बैठी सवारियां के जान की हिफाजत भी ड्राइवर के हाथ मे ही होती है, ट्रैफिक हवलदार को भी एक ड्राइवर से अपेक्षा रहती है कि ड्राइवर की वजह से ट्रैफिक कंट्रोल में कोई बाधा न आए और जाम न लगे, दुर्घटना न घटे।
इसके लिए बढिया प्रशिक्षण की जरूरत है। श्री जैन ने बताया कि बिहार सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार इस विद्यालय को आधुनिक सुविधाओं से युक्त किया गया है। उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण मिले इसके लिए उच्च श्रेणी के ट्रेनरों द्वारा इस विद्यालय में प्रशिक्षण दिया जाएगा। भविष्य में विद्यालय से कुशल ड्राइवर तैयार होंगे।इस मौक़े पर मो नूरुल हक़ सहायक कोषागार पदाधिकारी, आशीष कुमार पाण्डेय, जिला योजना पदाधिकारी, मो मिनहाजुद्दीन, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग आदि पदाधिकारी और किशनगंज ड्राइविंग स्कूल के प्रबंधन मौजूद थे।