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• जिलाधिकारी, पटना द्वारा हर घर नल का जल योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की गई तथा अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/ लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा पटना जिला के कुल 309 ग्राम पंचायतों के 4,147 वार्डों में नल जल की 4,147 योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि विगत सप्ताह इसमें से 3,694 योजनाओं की संयुक्त जांच पंचायत सचिवों एवं तकनीकी सहायकों के माध्यम से कराई गई थी।

• आज की समीक्षा में पाया गया कि जांच कराए गए 3,694 योजनाओं में से केवल 3,113 योजनाएं ही कार्यरत है। 581 योजनाएं अकार्यरत है।

• जिलाधिकारी ने कहा कि अकार्यरत योजनाओं की संख्या 581 है जो काफी अधिक है। विभिन्न कारणों से योजना बंद पड़ी है। इन कारणों में अभियंताओं ने मोटर जलना, पाईप फटना, स्टार्टर जलना, ऑपरेटर विवाद, विद्युत समस्या आदि सामान्य तौर से कारण बताया है। जिलाधिकारी ने कहा कि ये सभी छोटी-मोटी समस्याएं है जिसको ससमय पर्यवेक्षण कर दूर किया जा सकता था। परन्तु ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने इस पर सख़्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पूर्व एवं कार्यपालक अभियंता, पटना पश्चिम के साथ-साथ संबंधित कनीय अभियंताओं से स्पष्टीकरण किया। साथ ही कार्यपालक अभियंताओं को नल-जल की सभी अकार्यरत योजनाओं को एक सप्ताह के अंदर क्रियाशील करने का निदेश दिया गया।

• ज़िलाधिकारी ने कहा कि नल जल की कोई भी योजना बंद नहीं रहनी चाहिए। यह जनहित कि महत्वपूर्ण योजना है। प्रखंड विकास पदाधिकारियों को कनीय अभियताओं एवं एजेंसी के साथ प्रति सप्ताह पर्यवेक्षण करने का निदेश दिया गया।

• समीक्षा में यह भी पाया गया कि 159 योजनाएं अपूर्ण है। ज़िलाधिकारी ने अभियंताओं को इन सभी अपूर्ण योजनाओं को विधिवत शीघ्र पूर्ण करने का निदेश दिया।

• कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पूर्व द्वारा ज़िलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि नल जल योजना से छूटे हुए टोलों की संख्या 246 है। कार्यपालक अभियंता, पटना पश्चिम ने बताया कि 568 टोले नल जल योजना से छूटे हुए हैं। जिलाधिकारी ने दोनों कार्यपालक अभियंताओं को छूटे हुए सभी टोलों के वसावटों को भी नल जल योजना से शीघ्र आच्छादित करने का निदेश दिया।

• ज़िलाधिकारी द्वारा उप विकास आयुक्त, पटना को हर घर नल का जल योजना का नियमित रूप से जांच कराने का निर्देश दिया गया। लोगों से फीडबैक भी लेने के लिए निदेशित किया गया। उप विकास आयुक्त को इसके क्रियान्वयन का अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।

• ज़िलाधिकारी के निदेश पर पीएचईडी, पटना पूर्व एवं पश्चिम द्वारा जिला नियत्रंण कक्ष स्थापित किया गया है जिस पर पीएचईडी द्वारा संचालित योजनाओं यथा हर घर नल का जल, मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के संबंध में सूचना दी जा सकती है एवं शिकायत दर्ज की जा सकती है। यह सुबह 10 बजे से शाम 06 बजे तक कार्यरत रहता है। कोई भी व्यक्ति निम्नांकित दूरभाष पर शिकायत दर्ज करा सकते हैः-

1. लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पूर्व, पटना -0612-2225796

2. लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पश्चिम, पटना -0612-2280879

• जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पूर्व एवं पटना पश्चिम को विभागीय निदेशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना एवं पंचायती राज विभाग द्वारा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को हस्तांतरित योजनाएँ लोकहित की काफी महत्वपूर्ण योजनाएँ हैं। सभी संबंधित पदाधिकारी इसके प्रति सजग एवं तत्पर रहें।

• जिलाधिकारी द्वारा सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को भी इन योजनाओं के क्रियान्वयन का अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है।

 

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