जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में पटना शहर के परिवेशीय वायु-प्रदूषण नियंत्रण के लिए बैठक की गई।
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/इस बैठक में नगर आयुक्त, उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने कहा कि राजधानी में वायु-प्रदूषण नियंत्रित रखना आवश्यक है। नगर निगम, परिवहन, यातायात, पथ निर्माण, खनन, कृषि सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित कर प्रभावी ढ़ंग से कार्य करना होगा। वायु गुणवता सूचकांक (एक्यूआई) में सुधार के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स को सक्रिय भूमिका निभाना होगा। कैम्प मोड में कार्य करना होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि गाँधी मैदान एवं आस-पास के क्षेत्र में धूलकण की अधिक मात्रा रहने के कारण वायु गुणवता खराब होती है। पटना नगर निगम द्वारा मैकेनिकल रोड स्वीपर मशीन की मदद से मुख्य सड़कों से धूलकण हटाने हेतु कार्य किया जाता है। मिस्ट कैनन एवं वाटर स्ंिप्रकलर मशीन से भी प्रदूषण नियंत्रण हेतु कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता के अनुरूप मशीनों का क्रय किया जाएगा। 02 स्ंिप्रकलर मशीन, 01 जेटिंग मशीन तथा 01 रोड स्वीपिंग मशीन खरीदने के लिए कार्रवाई की जा रही है। निर्माण एजेंसियों को ग्रीन कवर लगाकर निर्माण कार्य करना सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है। निर्माण सामग्री सड़क पर खुला नहीं छोड़ने का भी निदेश दिया गया है। खुले में निर्माण सामग्रियों के परिवहन पर रोक लगाने का निदेश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माण कार्यों के कारण धूल तथा पार्टिकुलेट मैटर में वृद्धि को रोेकने के लिए हरसंभव निरोधात्मक तथा उपचारात्मक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है। अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इन निदेशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएंगे।