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जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने की छठ महापर्व, 2025 की तैयारी की समीक्षा, सभी एसडीओ एवं एसडीपीओ से एक-एक कर लिया अद्यतन प्रगति का जायजा

109 घाटों पर सभी प्रशासनिक सुविधा सुनिश्चित करने हेतु 21 डेडिकेटेड टीम है सतत सक्रिय

सभी सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी घाटों तथा एप्रोच रोड का पैदल चल कर निरीक्षण करेंगे; सभी एसडीओ एवं एसडीपीओ घाटों का संयुक्त निरीक्षण करेंगेः डीएम व एसएसपी ने दिया निदेश
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टीम भावना एवं अन्तर्विभागीय समन्वय की आवश्यकता पर डीएम ने दिया बल
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उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात-प्रबंधन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता; सभी पदाधिकारी इसके प्रति सजग एवं तत्पर रहेंः डीएम व एसएसपी
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त्रिलोकी नाथ प्रसाद/ जिलाधिकारी, पटना डॉ. त्यागराजन एस.एम. एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री कार्तिकेय के. शर्मा ने कहा है कि छठ महापर्व, 2025 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात-प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग, सक्रिय एवं तत्पर रहें। अधिकारीद्वय आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में इस विषय पर आयोजित एक बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था का महापर्व है। बाहर रहने वाले बिहार के निवासी भी बड़ी संख्या में अपने घर आते हैं। श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र प्रतिबद्ध है।

जिलाधिकारी ने कहा कि छठ महापर्व के सफल आयोजन के दो महत्वपूर्ण घटक हैंः दुर्घटना- रहित आयोजन एवं सुविधा-युक्त प्रबंधन। उन्होंने कहा कि छठ पूजा को पूरी तरह से इंसिडेंट- फ्री बनाने के लिए सुगम पहुँच पथ, प्रकाश की समुचित व्यवस्था, सीसीटीवी की क्रियाशीलता, दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती, अग्निशमन की व्यवस्था, आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, वाच टावर एवं नियंत्रण कक्ष की क्रियाशीलता, घाटों को अतिक्रमणमुक्त रखना, पार्किंग इत्यादि पर विशेष ध्यान देना होगा। छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए सुविधा-युक्त प्रबंधन के लिए घाटों पर समुचित संख्या में शौचालय, यूरिनल, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, यात्री शेड इत्यादि पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को इसे सुनिश्चित करने का निदेश दिया।

जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने सभी पदाधिकारियों को दुर्गापूजा, दशहरा एवं रावण वध कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु बधाई दी। अधिकारीद्वय ने कहा कि आप लोगों ने उत्कृष्टतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन किया है तथा आशा है कि आगामी छठ महापर्व का भी हम सभी सफलतापूर्वक आयोजन सुनिश्चित करेंगे। सभी पदाधिकारियों को टीम भावना से काम करना होगा। नगर निकाय, जल संसाधन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, प्रशासन, विद्युत, भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण, पुल निर्माण, अग्निशमन सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए तत्परता एवं कुशलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा।

जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सभी सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने घाटों एवं एप्रोच रोड का पैदल चल कर निरीक्षण करते हुए सभी व्यवस्था सुनिश्चित करें। सम्पर्क पथ पूरी तरह से अवरोधमुक्त होना चाहिए। घाटों पर स्वच्छ पेयजल, यात्री शेड, प्रकाश, शौचालय, चेंजिंग रूम एवं अन्य बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहनी चाहिए। घाटों पर लिए गए अस्थायी विद्युत कनेक्शन की ठोसता को पेसू के कनीय अभियंता प्रमाणित करेंगे। उन्होंने वरीय पदाधिकारियों को निदेश दिया कि घाटों पर लगातार कैम्प कर यह सुनिश्चित करें कि सभी व्यवस्था ससमय हो।

आज की इस बैठक में आगामी छठ महापर्व के आयोजन हेतु एजेंडावार विस्तृत समीक्षा की गई। छठ घाटों की तैयारी, स्वच्छता, यातायात व्यवस्था, घाटों पर नियंत्रण कक्ष एवं वाचटावर की स्थापना, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन, शौचालय, चापाकल एवं यूरिनल की व्यवस्था, विधि-व्यवस्था संधारण सहित विभिन्न बिन्दुओं पर एक-एक कर विस्तार से चर्चा की गई एवं आवश्यक निदेश दिया गया।

जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा अनुमंडलवार तैयारियों एवं आवश्यकताओं के बारे में सभी अनुमंडलाधिकारियों तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों से एक-एक कर जानकारी ली गई। साथ ही सभी 21 सेक्टर पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों से उनके क्षेत्रांतर्गत आवंटित घाटों की अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया।

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष वर्तमान समय में गंगा नदी में पानी का स्तर अपेक्षाकृत अधिक है। 01 अक्टूबर, 2025 से 07 अक्टूबर, 2025 के बीच गाँधी घाट पर जलस्तर में लगभग 53 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई थी। गंगा नदी का जलस्तर दिनांक 08 अक्टूबर, 2025 को सुबह 06ः00 बजे दीघा घाट पर 49.20 मीटर एवं गाँधी घाट पर 48.08 मीटर था। 07 अक्टूबर से 08 अक्टूबर की अवधि में 24 घंटा में 6 सेंटीमीटर जलस्तर कम हुआ है। गंगा नदी का जलस्तर दिनांक 09 अक्टूबर, 2025 को सुबह 06ः00 बजे दीघा घाट पर 48.91 मीटर एवं गाँधी घाट पर 47.79 मीटर था। अधीक्षण अभियंता द्वारा बताया गया कि 08 अक्टूबर से 09 अक्टूबर के बीच 24 घंटा की अवधि में काफी तेजी से जलस्तर घटा है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में जलस्तर 29 सेंटीमीटर (करीब 1 फीट) कम हुआ है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष छठ के समय गाँधी घाट पर जलस्तर लगभग 45.6 मीटर रहने की संभावना है। विगत वर्ष छठ के समय 07 नवम्बर, 2024 को यह लगभग 1 मीटर कम अर्थात् करीब 44.64 मीटर था। जिलाधिकारी ने कहा कि यद्यपि जलस्तर घटने में तेजी आई है फिर भी अधिकारियों को जलस्तर पर लगातार नज़र रखना होगा। उन्होंने घाटों की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी घाट पर सुरक्षात्मक बैरिकेडिंग एवं साइनेज लगाया जाए। बैरिकेडिंग मानकों के अनुरूप रखना सुनिश्चित करें। खतरनाक घाटों को चिन्हित करते हुए लाल रंग के कपड़ा से घेर दें ताकि श्रद्धालु उधर न जाएं। सभी घाटों पर बड़े-बड़े अक्षरों में घाटों का नाम एवं वाच टावरों तथा अन्य सुरक्षात्मक संरचनाओं का नम्बरिंग करने का निदेश दिया गया। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम की तैनाती करने के साथ सम्पूर्ण आपदा प्रबंधन तंत्र को 24×7 क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया।

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जिलाधिकारी ने कहा कि छठ हम बिहारवासियों के लिए लोक आस्था का महापर्व है। पटना में यह बड़े पैमाने पर होता है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु एवं छठव्रती गंगा घाटों, अन्य नदी घाटों, तालाबों एवं पार्कों में छठ करते हैं। एक अनुमान के अनुसार पटना जिला में गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के लगभग 550 घाटों पर छठव्रतियों द्वारा छठ किया जाता है। साथ ही पटना नगर निगम क्षेत्र में करीब 45 पार्क एवं 63 तालाबों में भी छठ की जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन, पटना एवं नगर निगम द्वारा तेजी से तैयारी की जा रही है। दानापुर से पटना सिटी तक लगभग 108 घाट है। इन घाटों पर सभी व्यवस्था रहेगी। छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए जिला के सभी घाटों पर एवं मार्गों में सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहेंगी। तीव्र गति से सभी तैयारी की जा रही है। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, व्रतियों के ठहरने हेतु शेड, घाटों के बाहर वाहन पार्किंग की बेहतर सुविधा रहेगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था रहेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि अभी के जलस्तर को देखते हुए कुछ बड़े घाटों पर पानी ज्यादा रहने की संभावना है। कलेक्टोरेट घाट पर अभी काफी पानी है। एप्रोच रोड में भी अधिक पानी है। उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा एवं भीड़ प्रबंधन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता। जो-जो घाट खतरनाक होगा वहाँ लोगों को नहीं जाने दिया जा सकता है। श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की जानकारी एवं सुरक्षा हेतु एडवायजरी निर्गत की जाएगी।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दानापुर में हल्दी-छपरा, पटना सिटी में गायघाट, बाढ़ अनुमंडल में सीढ़ी घाट के नवनिर्मित चैनल इत्यादि जगहों पर लगातार नजर रखने एवं सुरक्षात्मक कदम उठाने का निदेश दिया ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारियों को निदेश दिया कि *केवल शहरी क्षेत्र में ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी मानकों के अनुसार समुचित तैयारी* करें। पालीगंज अनुमंडल स्थित दुल्हिन बाज़ार के उलार सूर्य मंदिर में भी सभी प्रकार की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया।
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जिलाधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा घर एवं पार्क में भी छठ किया जाता है। छठव्रतियों की सुविधा एवं सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था की जाती है। नगर निगम के क्षेत्र में लगभग 45 पार्क एवं 63 तालाबों में भी छठव्रतियों के लिए सभी सुविधा रहेगी। छठ महापर्व के आयोजन हेतु कच्ची तालाब, गर्दनीबाग; मानिकचंद तालाब, अनिसाबाद; बीएसएपी-5 तालाब; संजय गाँधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) इत्यादि तालाबों तथा पार्क में मानकों के अनुसार सभी प्रशासनिक व्यवस्था रहेगी।
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विदित हो कि छठ महापर्व के अवसर पर सम्यक तैयारी हेतु घाटों का निरीक्षण, खतरनाक घाटों की पहचान एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने हेतु जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा पदाधिकारियों के 21 टीम का गठन किया गया है। इन पदाधिकारियों द्वारा 109 घाटों पर कैम्प किया जाएगा एवं तैयारियाँ सुनिश्चित की जाएगी।

जिलाधिकारी द्वारा छठ महापर्व के आयोजन हेतु उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में त्रि-सदस्यीय छठ पर्व कोषांग का भी गठन किया गया है। यह कोषांग छठ पर्व के अवसर पर छठव्रतियों की सुविधा हेतु घाटों/पहंुच पथों पर किए जाने वाले आवश्यक तैयारियों से सम्बद्ध विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए अपेक्षित कार्यों को ससमय सम्पन्न कराएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि पदाधिकारियों द्वारा जिला अन्तर्गत सभी घाटों का सम्यक निरीक्षण कराया जा रहा है। घाटों पर बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहेगी। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल की सुविधा, पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम, छठव्रतियों के ठहरने हेतु यात्री शेड, घाटों के नज़दीक वाहन पार्किंग की सुविधा रहेगी। मानकों के अनुसार घाटों की बैरिकेडिंग की जाएगी। घाटों पर जाने के लिए सम्पर्क पथ की अच्छी स्थिति सुनिश्चित की जाएगी। वाच टावर, नियंत्रण कक्ष, ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि घाटों पर सफाई की उतम सुविधा रहेगी। उत्कृष्ट प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने विद्युत कार्यपालक अभियंताओं को घाटों के आस-पास एवं सम्पर्क पथ में अवस्थित विद्युत तारों को व्यवस्थित करने का निदेश दिया।

नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री यशपाल मीणा ने कहा कि नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को घाटों की समुचित तैयारी कराने का निदेश दिया गया है। छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु समय से सारी तैयारी पूरी कर ली जाएगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि सफाई निरीक्षक के नेतृत्व में घाटवार टीम की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। पटना स्मार्ट सिटी लि. द्वारा विभिन्न स्थानों पर स्थायी सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया गया है। साथ ही पटना नगर निगम द्वारा घाटों एवं रिवरफ्रंट पर अस्थायी सीसीटीवी लगाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे भीड़ पर निगरानी रखी जाएगी तथा अचूक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर साईनेज लगा रहेगा। विद्युत विभाग द्वारा घाटों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की जाएगी। सिविल सर्जन द्वारा पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस, पारा मेडिकल स्टाफ तथा चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। आपदा प्रबंधन कोषांग द्वारा एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। यातायात पुलिस अधीक्षक द्वारा समाचार पत्रों में यातायात प्रबंधन से संबंधित सूचना प्रकाशित की जाएगी।

जिलाधिकारी ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को घाटों पर नियंत्रण कक्ष, वाच टावर, चेंजिंग रूम एवं यात्री शेड की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को शौचालय, चापाकल एवं यूरिनल की व्यवस्था करने का निदेश दिया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि इस अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। सिविल डिफेंस के कर्मी भी समुचित ड्रेस में मुस्तैद रहेंगे।

जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि सभी निर्माण एजेंसियाँ छठ पूजा से तीन दिन पहले सभी सड़कों को मोटरेबुल करना सुनिश्चित करें। अनुमंडल पदाधिकारी इसका अनुश्रवण करेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए सभी पदाधिकारी उत्कृष्ट कॉम्युनिकेशन प्लान के साथ मुस्तैद रहेंगे।

इस बैठक में सभी नगर पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, पुलिस अधीक्षक यातायात, सिविल सर्जन, पटना, सभी अपर जिला दंडाधिकारी, कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, महाप्रबंधक पेसू, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं अन्य भी उपस्थित थे।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना ने अधिकारियों को छठ महापर्व, 2025 के अवसर पर सभी घाटों पर सघन मतदाता जागरूकता अभियान चलाने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि छठ लोक आस्था का महापर्व है। लाखों की संख्या में छठव्रती एवं श्रद्धालु छठ महापर्व के आयोजन हेतु घाटों पर आते हैं। एक अनुमान के अनुसार पटना जिला में गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के लगभग 550 घाटों पर छठव्रतियों द्वारा छठ किया जाता है। साथ ही पटना नगर निगम क्षेत्र में करीब 45 पार्क एवं 63 तालाबों में भी छठ की जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन, पटना एवं नगर निगम द्वारा तेजी से तैयारी की जा रही है। नहाय-खाय के दिन से ही चार दिन श्रद्धालुओं का आगमन नदी घाटों पर होता है। बाहर रहने वाले बिहार के निवासी भी बड़ी संख्या में अपने घर आते हैं। इन सबके बीच विभिन्न माध्यमों से मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जाएगा तथा निर्वाचकों को मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। ज़िलाधिकारी ने कहा कि दानापुर से पटना सिटी तक लगभग 108 घाट है। इन सभी स्थानों पर स्वीप गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा ताकि अर्बन एपैथी दूर की जा सके।

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