राजनीति

कच्चे तेल की कीमतों में 35ः गिरावट के बावजूद भी कम नहीं हुए पेट्रोल व डीज़ल के दाम – उमेश सिंह कुशवाहा

त्रिलोकी नाथ प्रसाद-बिहार जद(यू0) के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने बृहस्पतिवार को बयान जारी करते हुए केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के गरीब जनता की खून-पसीने की कमाई को लूटकर अपने पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचा रही है। एक तरफ़ केंद्र की गलत नीतियों के कारण देश का आम आदमी महंगाई से कराह रहा है वहीं दूसरी तरफ मोदी सरकार पेट्रोल-डीज़ल के ज़रिए गरीबों का आर्थिक शोषण करने पर तुली हुई है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीते एक वर्षों के दरमियान कच्चे तेल की कीमतों में 35ः की रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है मगर देश के आम नागरिकों को इसका कोई लाभ नहीं मिला है। पूर्व की सरकारें कच्चे तेल की कीमतों के अनुसार पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में भी बदलाव करती थी मगर केंद्र की मौजूदा सरकार को मुनाफाखोरी की लत लग चुकी है। देश की आम जनता की परेशानियों से उन्हें कोई वास्ता नहीं है।

श्री कुशवाहा ने आंकड़ो के माध्यम से बताया कि केंद्र में भाजपा की सरकार आने से पहले पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल पर उत्पाद शुल्क 3.56 रूपये प्रति लीटर था मगर मोदी जी की सरकार आने के बाद पेट्रोल पर 116ः एवं डीज़ल पर 357ः उत्पाद शुल्क की वृद्धि की गई। क्या इसी अच्छे दिन का वादा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की गरीब जनता से किया था?

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के पूंजीपति मित्र और तेल कंपनियां लगातार भारी मुनाफे में है, दूसरी ओर देश का आम नागरिक आर्थिक बदहाली की मार बुरी तरह से झेल रहा है। जब कच्चे तेल की कीमतों में इतनी गिरावट आई है तो निश्चित तौर पर मोदी सरकार को भी पेट्रोल-डीज़ल के कीमतों में छुट देकर देश के लोगों को महंगाई से थोड़ी राहत देनी चाहिए। आम जनता के साथ लूटखसोट का व्यवहार करना नाइंसाफी है।

 

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