भाकपा ने जहरीली शराब पीने से हुई मौत पर जताई चिंता मृतक के आश्रितों को मुआवजा दे सरकार।..

कुणाल कुमार/पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने सारण और सीवान में जहरीली शराब पीने से 27 लोगों की हुई मौत पर गहरी चिंता जताई है। राज्य सरकार से मृतक के आश्रितों को मुआवजा देने और मामले की उच्च स्तरीय जाँच कराने की मांग की। बिहार में पूर्ण शराब बंदी के बाद भी लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो रही है। इसके पहले भी 2022 में सारण के इलाके में 71 लोगों की मौत हुई थी और इस बार भी सारण-सीवान इलाके में हुई है। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह काफी चिंताजनक है।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कागज पर ही है। शराब की होम डिलीवरी हो रही है और अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। अवैध कारोबार प्रशासन की मिलीभगत से फल फूल रहा है। पुलिस भी पीने वालों को हीं पकड़ती है, अवैध कारोबार करने वालों को नहीं। बिहार में अधिकांश शराब अवैध रूप से भाजपा शासित राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा से आती है। इससे स्पष्ट होता है कि इस कारोबार में कौन लोग शामिल है। राज्य सरकार बिहार में शराबबंदी को सख्ती से लागू करे और अवैध शराब के कारोबार में लगे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करे।
भाकपा राज्य सचिव ने राज्य सरकार से सभी मृतकों के आश्रितों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने और इलाजरत सभी का इलाज सरकारी खर्चे पर कराने की मांग की।