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भारती मिश्रा
रांची: झारखंड विधानसभा परिसर में सोमवार को 74 वें वन महोत्सव का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सीएम हेमंत सोरेन और विधानसभा स्पीकर रविंद्रनाथ महतो ने पौधरोपण किया।
मौके पर सीएम ने कहा कि राज्य में वन महोत्सव का यह राज्यव्यापी कार्यक्रम चल रहा है। आज जलवायु परिवर्तन को लेकर चिंता देश और दुनिया में हो रही है। कही न कही प्राकृतिक व्यवस्थाओं के साथ छेद छाड़ हो रहा है। प्राकृतिक के साथ छदेखनी या अन्य प्रकार के कार्य को जिसके माध्यम से कही न कही कोई न कोई प्राणी इससे प्रभावित हो रहा है। चाहे मानव हो या वन्य प्राणी सभी प्रभावित हो रहे हैं। आम जीवन में भी पर्यावरण से संबंधित उसको संरक्षित करने के कदम उठाने की जरूरत है।
हर कोई कम से कम झारखंड में रहने वाले लोग पौधे लगाना चाहिए।
यदि सभी लोग एक एक पेड़ लगा ले तो बहुत बड़ा बदलाव दिखेगा।
स्पीकर रविंद्रनाथ महतो ने कहा कि वर्तमान समय में प्रदेश के वैसे भूखंड जहां पौधा नहीं है वहां पर पौधरोपण करने की जरूरत है। पर्यावरण की रक्षा के लिए पौधरोपण बहुत जरूरी है। पेड़ की जो कटाई हुई है उसकी भरपाई आज तक नहीं हो पाई है। सिर्फ सरकार के भरोसे नहीं आम लोगों को भी पौधरोपण करना होगा।
उन्होंने कहा कि दिशुम गुरु का संदेश है की प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम पांच पौधे लगाने की जरूरत है। जंगल से अच्छादित क्षेत्रों में पेड़ों की संख्या कम हुई है,यह चिंता का विषय है।
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पौधरोपण के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। साथ ही पेड़ की कटाई पर पूरी तरह रोक लगाना होगा।
वहीं कृषि मंत्री बादल ने कहा सिर्फ सरकार भरोसे अभियान की सफल नहीं होगा,सभी लोगों को पौधरोपण के प्रति आगे आना पड़ेगा। वहीं कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि पर्यावरण संतुलन के लिए पौधरोपण जरूरी है।