आशा, आंगनबाड़ी और मिड डे मील कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी करे केंद्र।…
कुणाल कुमार । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने केंद्र सरकार से आशा, आंगनबाड़ी और मिड-डे मील कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी करने और राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग की है। लगभग सभी सरकारी योजनाओं के लिए संपर्क का पहला बिंदु होने के बावजूद, जब पारिश्रमिक और स्थिर रोजगार की बात आती है तो इन श्रमिकों की उपेक्षा की जाती है तथा मामूली मानदेय मिलता है जिससे जीवन यापन में कठिनाई होती है। केंद्र सरकार संसद के चालू शीतकालीन सत्र में आशा, आंगनबाडी और मिड-डे मील कर्मियों के लिए उचित वेतन और कर्मचारी का दर्जा देने की घोषणा करें।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि केंद्र की सत्ता में भाजपा के आने के बाद महंगाई चरम पर पहुँच गई है। लेकिन इन नौ वर्षों में स्कीम वर्करों के हित में केंद्र सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए हैं जबकि कोरोना के दौरान आशा, आंगनबाड़ी और मिड डे मील के वर्करों ने महती भूमिका निभाई थी। स्कीम वर्करों में अधिकांश संख्या महिलाओं की है। इसलिए केंद्र सरकार तत्काल प्रभाव से स्कीम वर्करों के वेतन में बढ़ोतरी करते हुए सरकारी कर्मी का दर्जा देने की घोषणा करे ताकि स्कीम वर्कर भी सम्मान की जिंदगी जी सकें।