परिस्थितियां कैसी भी हों हमें अपना कार्य पूरे मनोयोग से करना चाहिए – नवेन्दु मिश्र
केवल सच – पलामू मेदिनीनगर -एक मन्दिर था, उसमें सभी लोग नौकरी पर थे। आरती वाला, पूजा वाला, माली, घण्टी बजाने वाला आदि आदि। सबकी तनख्वाह पदक्रमानुसार था जिसमे घण्टी बजाने वाले गरीब का सबसे कम था। पर वह अपना काम इतने समर्पण से करता कि लगता कि प्रभु में एकमेव हो गए। […]
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