*जलवायु अनुकूल कृषि के लिए बैठक, बीसा-पूसा बनेगा सेंटर ऑफ एक्सिलेंस

*एआई आधारित प्रणाली से फसल रोग पूर्वानुमान की तैयारी
*दलहन, तेलहन और पोषक फसलों को बढ़ावा देने पर जोर
*प्राकृतिक व जैविक खेती को अपनाने हेतु प्रेरणा और नवाचार आधारित मॉडल पर जोर
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/माननीय उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार श्री विजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आज कृषि भवन, मीठापुर, पटना में जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के योजना के सूत्रण से संबंधित एक बैठक आयोजित की गई।
माननीय उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बीसा, पूसा, समस्तीपुर को जलवायु अनुकूल कृषि के लिए सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के रूप में विकसित किया जायेगा। बिहार के मौसम के अनुसार दलहन, तेलहन, पोषक तत्त्व वाले फसलों को बढ़ावा दिया जाये। जलवायु अनुकूल कृषि के क्षेत्र में ए॰आई आधारित सिस्टम विकसित किया जाये, जिससे फसलों के लगने वाले रोग-कीट आदि के प्रभाव का पूर्वानुमान लगाया जा सके। फसल प्रत्यक्षण कार्यक्रम में फसल जाँच कटनी अवश्य कराई जाये।
उन्होंने कहा कि किसानों के प्रशिक्षण एवं भ्रमण पर विशेष ध्यान दिया जाये, जिससे उनमें जलवायु परिवर्तन के प्रति समझ तथा जलवायु अनुकूल कृषि के तरफ ध्यान आकर्षित किया जा सके ताकि सीमान्त और लघु किसान जलवायु परिवर्तन से जुझने में सक्षम हो सके। साथ-ही-साथ इस योजना में जल एवं मृदा संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाये।
उन्होंने निदेश दिया कि केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, राज्य के अंतर्गत कृषि विश्वविद्यालय तथा अनुसंधान संस्थान आपस में समन्वय स्थापित करते हुए किसानों के हित में काम करेंगे। कृषि के क्षेत्र में युवाओं को आकर्षि करने के लिए नवाचार आधारित व्यवसाय आधारित मॉडल को विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जाये। साथ-ही-साथ किसानों की लागत कम करने तथा आमदनी दोगुना करने का प्रयास किया जाये। जलवायु अनुकूल कृषि में प्राकृतिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाये तथा किसानों को इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया जाये।
प्रधान सचिव कृषि विभाग श्री पंकज कुमार के साथ जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम तथा आगामी वर्षों में क्रियान्वित किए जाने वाले नवाचार गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा हुई।
इस बैठक में कृषि निदेशक श्री नितिन कुमार सिंह, निदेशक उद्यान श्री अभिषेक कुमार, अपर निदेशक (शष्य) श्री धनंजय पति त्रिपाठी, सीमीट-बीसा के डायरेक्टर जॅनरल श्री ब्राम गोवर्टस्, बीसा के प्रबंध निदेशक श्री मारूथी प्रसन्ना बोडूपली, सहायक निदेशक (शष्य) श्रीमती स्वाती सागर सहित विभाग के वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।